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गुरुवार, 16 नवंबर 2017

दुखी टीचर को माँ बनाया



दोस्तों मेरा नाम संदीप हे और मैं एक गिगोलो हूँ. मैं लोगो को चुदाई का मज़ा दे के पैसे कमाता हूँ. एक दिन मुझे एक मेल आई. वो किसी प्रदीप नाम के बन्दे की थी. उसने मुझे लिखा था की उसे मेरी हेल्प चाहिए थी. मैंने अपना नम्बर दिया तो उसने मुझे कॉल किया. और उसने अपनी प्रॉब्लम मुझे बताई. प्रदीप गवर्नमेंट जॉब करता था. और उसकी वाइफ भी गवर्नमेंट टीचर थी. वो दोनों की शादी को पांच साल हो गए थे लेकिन अभी तक बच्चा नहीं हुआ था.
उनको एक बेबी चाहिए था. डॉक्टर के पास टेस्ट करवाए तो पता चला की प्रदीप के अन्दर ही कुछ फोल्ट थी और वो कभी भी बच्चा नहीं पैदा कर सकता था. प्रदीप ने मुझे कहा की तूम मेरी हेल्प करो और मुझे एक बच्चा पैदा करने में हेल्प करो. मैंने कहा, आप घबराओ मत मैं आप की हेल्प कर दूंगा.
प्रदीप ने मुझे अपना एड्रेस दिया और 10 दिन के बाद घर आने को बोला.
10 दिन के बाद मैं उनके घर पहुँच गया. वो लोग चंडीगढ़ में रहते हे. मैं शाम को 5 बजे उनके घर पहुँच गया. मैंने डोरबेल बजाई. डोर उसकी वाइफ ने ही खोली.  मैं उसको देखते ही दंग रह गया. वो बहोत ही खुबसूरत थी. उसका फिगर 34 28 36 था. मैं उन्हें देखता ही रह गया. उन्होंने मुझे इशारे से अन्दर आने के लिए कहा.. मैंने अन्दर जा के देखा तो घर बहुत बड़ा था.
थोड़ी देर बाद में उनका पति भी आ गया. जब तक वो भी पानी लाकर आ गई. हम तीनो सोडे पर बैठ गए. उसके पति ने अपनी पत्नी से मेरा इंट्रो करवाया. भाभी का नाम नीलम था. शाम के करीब 9 बजे हमने खाना खा लिया.
उसके बाद प्रदीप मुझे ले के अपने बेद्रूम्म में गया. पीछे पीछे नीलम भाभी भी आ गई. प्रदीप नीलम भाभी को वहीँ पर मेरे पास छोड़ के दुसरे कमरे में सोने के लिए चला गया. नीलम ने दरवाजा बंद कर दिया और वो शरमाते हुए वही पर खड़ी हो गई. मैं उसके पास गया और उसे अपनी बाहों में भर लिया. मेरे को पता था की जो भी करना हे वो मुझे ही करना हे. वो थोडा शर्मा रही थी. मैंने उसके पास जा के उसे किस करना चालू कर दिया. अब वो भी थोड़ी थोड़ी खुलने लगी थी. मैंने उसको गोदी में उठाया और उसे बेड के पास ले गया. वो थोड़ी नार्मल हो गई थी. मैंने उसके गले के ऊपर किस कर लिया. और किस करते करते ही मैं उसके बूब्स को भी दबाने लगा. नीलम भाभी को भी बड़ा मज़ा आ रहा था मेरी इन हरकतों से.
उसने उस वक्त नाइटी पहनी हुई थी. मैंने धीरे धीरे उसकी नाइटी उतार दी. अब वो सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी. मैं उसके शोल्डर पर किस करने लगा. और फिर मैं निचे की तरफ बढ़ने लगा. और अब मैंने उसकी कमर के ऊपर किस कर दी. मैंने धीरे से ब्रा को खोल दी. मैंने भी अपने कपडे खोल दिए और मैं अब सिर्फ अंडरवेर में था. मैं उसके बूब्स को मसलता गया और वो सिसकियों पर सिसकियाँ लेती गई. फिर मैंने उसके पेट के ऊपर भी किस कर ली. उसकी नाभि के ऊपर किस किया और फिरधीरे से मैंने उसकी पेंटी उतार दी. नीलम ने अब मेरे अंडरवेर उतार दी. अब हम दोनों पूरी तरह नंगे हो गए थे. उसने मेरा लंड देखते हुए स्माइल दी और बोली, आप का तो बहुत बड़ा हे. मैंने अपना लंड उसके हाथ में पकड़ा दिया. वो भी प्यार से हाथ फिराने लगी. मेरा लंड पूरी मस्ती में था. उसने धीरे से लंड के सुपाडे के ऊपर किस कर दिया. उसके बाद हम दोनों 69 पोज़िसन में आ गए. वो मेरे लंड को लोलीपोप की तरह चूस रही थी. मैं भी उसकी क्लीन शेव्ड चूत को चाट चाट के पूरा मज़ा ले रहा था.
वो थोड़ी देर में ही झड़ गई. उसने मुझे बताया की उसका पति कभी उसकी चूत को चाटता नहीं हे. फिर मैंने उसके बूब्स को वापस अपने मुहं में भर लिया और चूसने लगा. वो थोड़ी देर में वापस से हॉट हो गई. मैंने एक ऊँगली नीलम भाभी की चूत के दाने पर रख दी. और मैं ऊँगली को एकदम प्यार से उसके चूत के दाने पर घिसने लगा. वो पूरी तरह से हॉट हो गई थी. वो बोली, अब मुझे जल्दी से चोदो इतना भी मत तडपाओ.
मैंने भी उसकी हालत को देखा तो सोचा की अब लंड डालने लायक हो गई हे वो. मैंने उसकी दोनों टांगो को खोला और लंड को उसकी चूत पर रख दिया. एक जोर का झटका दे के मैंने आधा लंड उसके अन्दर डाला. उसके मुहं से चीख निकल गई. मैंने उसके होंठो के साथ अपने होंठो को लगा दिया और किस करने लगा. वो थोड़ी नार्मल हुई और फिर मैंने एक बार फिर से झटका मारा. अब मेरा लंड पूरा उसकी चूत में था.
अब उसको भी पूरा मजा आने लगा था. वो भी मेरे झटको का जवाब अपने चूतड को उठा उठा के देने लगी थी. इसी तरह से पुरे 40-45 मिनिट तक नीलम भाभी को चोदता गया.
अब तक वो तिन बार झड़ गई थी. अब वो आह आह करने लगी थी. और मैं उसे किस करते हुए जोर जोर से चोदता गया. और फिर मैंने नीलम भाभी को कुतिया बना दिया और पीछे से उसे डौगी स्टाइल में चोदना चालू कर दिया. मैंने पीछे से उसकी गांड को पकड़ के उसकी चूत को चोदने लगा.
वो भी मेरे झटको के जवाब में अपने बदन को हिला रही थी. और फिर कुछ ही देर में मेरे लंड से एकदम गाढ़ा वीर्य निकल के उसकी चूत में टपक गया. मैंने कुछ देर तक अपने लंड को ऐसे अन्दर ही रहने दिया ताकि प्रेग्नन्सी के चांसिस बढ़ जाए. नीलम भाभी भी अपनी गांड एकदम स्टॉप कर के रुकी हुई थी. मैंने लंड निकाला ही नहीं. वो अपनेआप ही सिकुड़ के चूत से बहार आ गया.
हमने कपडे पहन लिए. फिर प्रदीप के पास चली गई नीलम भाभी. प्रदीप ने आके मुझे थेंक्स कहा और मुझे पैसे देने लगा. मैंने कहा पैसे तब देना जब खुशखबरी सुनाओ. वो मुझे गले लगा के रो पड़ा. दुसरे दिन सूबह मैं उनके घर से निकल भी गया.
अगले महीने प्रदीप का कॉल आया मुझे और उसने कहा नीलम ने अपनी प्रेग्नंसी चेक की और पोजिटिव रिजल्ट आया हे. वो ये कहते हुए बड़ा खुश लग रहा था!

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