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शनिवार, 30 दिसंबर 2017
शुक्रवार, 24 नवंबर 2017
लड़की की वर्जिन गांड चोदने का मजा
हाई दोस्तों मेरा नाम सारिक हे और मैं दिल्ली से हूँ. मेरी हाईट
5 फिट 8 इंच हे और मैं गोरा हूँ. मैं स्मार्ट हूँ और मेरे लोडे का साइज़ 8
इंच हे. ये कहानी आज से 8 महीने पहले की हे और तब दिल्ली में एकदम कडाके की
ठंडी पड़ रही थी. एक दिन मैंने एक नयी लड़की को अपनी जिम में देखा और वही इस
कहानी की हिरोइन हे.
उसने तब ब्लेक टाईट टॉप और लेगिंग पहनी हुई थी. और इस कपड़ो में उसके बदन के कर्व्स आराम से दिख रहे थे. उसके बूब्स एकदम बड़े 34D साइज़ के और उसकी गांड की साइज़ 36 इंच की थी. उसके बूब्स और गांड को देख के मेरा लंड तो जैसे सलामी दे रहा था. मेरी फिजिक भी सही हे और काफी लोग मेरे से टिप्स भी मांगते हे.
और फिर एक दिन जैसे चमत्कार हो गया. वो सामने से ही मेरे पास मुझे मिलने के लिए आई. मैं ट्रेनर हूँ और उसे हिप्स की एक्सरसाइज में मेरी मदद चाहिए थी. उसने अपनानाम बताया और हाथ लम्बा किया. मैंने हेंड शेक कर लिया. उसका नाम याशिका था.
मैं उसे हेल्प करने लगा एक्सरसाइज में. और उसे सिखाते हुए मैं उसके बदन को जानबूझ के अपने लंड से टच भी करवा रहा था. अपनी गांड के ऊपर मेरा लंड उसको भी फिल हो रहा था. और शायद उसको उसमे मजा भी आ रहा था.
कुछ ही दिनों में हम अछ्छे दोस्त भी बन गए. और फिर हम बहार भी मिलने लगे. एक दिन हम साथ में थे और अचानक से बिन मौसम का बरसात आ गया. मैंने उसको कहा की चलो मैं तुम्हे घर छोड़ दूँ वरना तुम बरसात में फंसी रहोगी.
मैंने अपनी बाईक के ऊपर उसे उसके घर पर छोड़ा. हम दोनों पुरे भीग चुके थे. और उसने मुझे अपने घर पर रुकने के लिए कहा. मैं अपनी जींस और टी शर्ट निकाली और सोफे के ऊपर बैठ गया.
कुछ देर में जब वो वपास आई तो उसने एक नाईट गाउन पहना हुआ था और उसके हाथ में कोफ़ी थी. उसे ऐसे देख के मेरी अंडरवेर के अन्दर तम्बू बन चूका था. और उसने वहां देखा और स्माइल देने लगी. हम कोफ़ी पीते हुए चिटचैट करने लगे.
फिर मैंने उसको कहा की मैंने तुम्हारे जैसा सेक्सी पहले कभी नहीं देखा. मैंने उसे कहा की तुम सच में बड़ी अमेजिंग लगती हो. उसने कहा सच में? मेरे में ऐसा क्या अमेजिंग हे? मैंने भी एकदम बिंदास्त कहा की तुम्हारे बूब्स!
उसने स्माइल दी और कहा सच में? मैंने कहा हां. उसने फिर कहा तुमको देखने हे? मैं तो सच में उसी मोमेंट के आने की वेट में था. उसके मुहं से सुनते ही मैंने उसे अपनी तरफ खिंच लिया. मैंने उसके बूब्स को गाउन से बहार निकाला. वो एकदम गोरा और सॉफ्ट था. मैंने उसे धीरे से दबाना चालू कर दिया. मैंने उसे कहा, तुम्हारे पास सच में सेक्सी और हॉट बूब्स हे. वो हंस पड़ी.
मैं उसके निपल्स को लिक करने लगा और वो मोअन कर रही थी. मैं बूब्स को लिक्क और बाईट कर रहा था और दुसरे हाथ से मैं बूब्स को दबा रहा था.
करीब 10 मिनिट के बाद मेरी नजर उसके ज्युसी लिप्स के ऊपर पड़ी. मैंने उसके लिप्स को चूसा और वो भी मुझे सपोर्ट कर रही थी. मैंने अब उसका नाईटगाउन पूरा उतार दिया. और उसने अंदर पेंटी नहीं पहनी हुई थी. मैं उसके लिप्स को चूस रहा था और धीरे से मेरी उंगलिया उसकी चूत की तरफ चल पड़ी.
मेरे सेडयूज करने की वजह से उसकी चूत एकदम गीली हो चुकी थी. मैंने धीरे से ऊँगली को उसकी चूत पर दबा के जी स्पॉट के ऊपर लगा दिया. चूत का ये हिस्सा एकदम हॉट होता हे जहाँ पर टच करने से भी औरत एकदम चुदासी हो जाती हे.
मैंने उसे सोफे के ऊपर लिटाते हुए उसको किस किया. और अब वो अपनी चूत को एकदम बेताबी से मेरे लंड के ऊपर घिस रही थी. और जब उस से कंट्रोल नहीं हुआ तो उसने मेरे लंड को हाथ से पकड़ लिया और मुझे चूत को चोदने के लिए कहा.
वो पहले से मेरे ऊपर थी. मैंने उसको कमर से पकड़ा और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया. एक ही पावरफुल झटके में मैंने अपने लंड को उसकी चूत में डाल दिया और उसके मुहं से जोर की चीख निकल गई. और मैं एक के बाद एक झटके देने लगा चूत के अन्दर.
और दो मिनिट की चुदाई के अन्दर ही उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया. लेकिन मैं उसे चोदता रहा. मेरे लंड के निचे के बॉल्स उसकी चूत से टकरा रहे थे और उसे बड़ा मज़ा आ रहा था. और जब भी बॉल्स उसकी चूत से टकराते थे तो वो एकदम जोर जोर से कराह रही थी. वो मोअन करते हुए मुझे चोदने के लिए मिन्नते कर रही थी.
20 मिनिट की हार चुदाई के बाद उसने मुझे एकदम टाईट पकड़ लिया. मैं समझ गया की वो फिर से झड़ने वाली थी. इसलिए मैंने एकदम पॉवरफुल झटके देने चालु कर दिए और उसने अपना पानी छोड़ दिया. वो थक चुकी थी लेकिन मेरा पानी अभी नहीं निकला था. मई उसे और चोदना चाहता था लेकिन उसके पहले मैंने उसकी चूत के रस चाटने को सोचा.
मैंने अपनी जबान को उसकी चूत के ऊपर लगा दिया और उसके रसों को चाटने लगा जो बहार आ रहे थे. उसकी चूत के साथ साथ मैंने उसकी गांड भी चाट ली. और तभी मेरे दिमाग में एक आइडिया आया. मैंने सोचा की इसकी चूत इतनी सेक्सी हे तो गांड मारने में कितनी मजा आएगी. मैंने हौले से अपनी एक ऊँगली को उसकी गांड के होल में डाला. उसकी गांड वर्जीन होने की वजह से एकदम टाईट थी.
वो गांड में ऊँगली करने की वजह से एकदम चौंक गई और बोली प्लीज ऊंगली निकालो. उसने पहले पीछे नहीं किया था इसलिए उसे दर्द का डर लग रहा था. लेकिन मैं उसे छोड़ने के मूड में नहीं था. मैंने उसे 2 मिनिट तक किस किया और फिर उसको मेरे ऊपर भरोसा करने के लिए कहा. मैंने वेसेलिन लिया और उसकी गांड के ऊपर मसाज करने लगा. मैंने थोडा वेसेलिन उसकी गांड में भी डाला. और मैंने याशिका को अपने लंड चूसने के लिए कहा. वो लंड चूसने की एक्सपर्ट थी जो मजे से लंड को चूस रही थी. मैंने उसके साथ 69 पोजीशन बना ली. वो मेरे लंड को चूस रही थी और मैं उसकी चूत को चाट रहा था.
उसने गले तक लंड को भर के ऐसे चुस्से लगाये की मैं जैसे पागल हो रहा था. पहले मेरे लंड को ऐसे कभी नहीं चूसा था. कुछ मिनिट के बाद मैंने पोजीशन बनाई. वो गांड में लेने के ख़याल से डर सी रही थी. मैंने उसकी कमर को पकड़ा और उसकी टांगो को अपनी कमर के दोनों तरफ लगा दिया. और फिर मैंने हलके से अपने लंड को उसकी गांड में डाल दिया. एक धक्के में 2 इंच जितना लंड घुस गया और वो अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह कर के कराह उठी.
मैंने और धक्का लगा के 3 इंच से ज्यादा लंड को अन्दर कर दिया और वो मुझे निकालने के लिए रिक्वेस्ट कर रही थी. मैंने एक पॉवरफुल स्ट्रोक लगाया और मेरा पूरा लंड उसकी गांड में था. उसको बहुत दर्द हो रहा था. उसकी आँखों से आंसू निकल रहे थे. मैंने उसके लिप्स को अपने लिप्स से लगाए और चूसने लगा. और अपने हाथ से मैं उसके बूब्स को मसल रहा था. मैं धीरे धीरे से धक्के दे रहा था और वो जोर जोर से मोअन कर रही थी.
लेकिन अब वो मुझे सपोर्ट कर रही थी और मैं उसकी गांड को खंगाल रहा था. वो अपनी गांड को जोर जोर से हिला रही थी. अब उसे दर्द नहीं हो रहा था. हम दोनों चुदाई की आवाजें निकाल रहे थे जो कमरे में गूंज रही थी. वो कह रही थी, अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह फक मी अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह!
मेरे लंड का पानी याशिका की गांड में ही निकल गया. उसने मुझे बताया की उसकी लाइफ का वो सब से अच्छा सेक्स सेशन था.
उसने तब ब्लेक टाईट टॉप और लेगिंग पहनी हुई थी. और इस कपड़ो में उसके बदन के कर्व्स आराम से दिख रहे थे. उसके बूब्स एकदम बड़े 34D साइज़ के और उसकी गांड की साइज़ 36 इंच की थी. उसके बूब्स और गांड को देख के मेरा लंड तो जैसे सलामी दे रहा था. मेरी फिजिक भी सही हे और काफी लोग मेरे से टिप्स भी मांगते हे.
और फिर एक दिन जैसे चमत्कार हो गया. वो सामने से ही मेरे पास मुझे मिलने के लिए आई. मैं ट्रेनर हूँ और उसे हिप्स की एक्सरसाइज में मेरी मदद चाहिए थी. उसने अपनानाम बताया और हाथ लम्बा किया. मैंने हेंड शेक कर लिया. उसका नाम याशिका था.
मैं उसे हेल्प करने लगा एक्सरसाइज में. और उसे सिखाते हुए मैं उसके बदन को जानबूझ के अपने लंड से टच भी करवा रहा था. अपनी गांड के ऊपर मेरा लंड उसको भी फिल हो रहा था. और शायद उसको उसमे मजा भी आ रहा था.
कुछ ही दिनों में हम अछ्छे दोस्त भी बन गए. और फिर हम बहार भी मिलने लगे. एक दिन हम साथ में थे और अचानक से बिन मौसम का बरसात आ गया. मैंने उसको कहा की चलो मैं तुम्हे घर छोड़ दूँ वरना तुम बरसात में फंसी रहोगी.
मैंने अपनी बाईक के ऊपर उसे उसके घर पर छोड़ा. हम दोनों पुरे भीग चुके थे. और उसने मुझे अपने घर पर रुकने के लिए कहा. मैं अपनी जींस और टी शर्ट निकाली और सोफे के ऊपर बैठ गया.
कुछ देर में जब वो वपास आई तो उसने एक नाईट गाउन पहना हुआ था और उसके हाथ में कोफ़ी थी. उसे ऐसे देख के मेरी अंडरवेर के अन्दर तम्बू बन चूका था. और उसने वहां देखा और स्माइल देने लगी. हम कोफ़ी पीते हुए चिटचैट करने लगे.
फिर मैंने उसको कहा की मैंने तुम्हारे जैसा सेक्सी पहले कभी नहीं देखा. मैंने उसे कहा की तुम सच में बड़ी अमेजिंग लगती हो. उसने कहा सच में? मेरे में ऐसा क्या अमेजिंग हे? मैंने भी एकदम बिंदास्त कहा की तुम्हारे बूब्स!
उसने स्माइल दी और कहा सच में? मैंने कहा हां. उसने फिर कहा तुमको देखने हे? मैं तो सच में उसी मोमेंट के आने की वेट में था. उसके मुहं से सुनते ही मैंने उसे अपनी तरफ खिंच लिया. मैंने उसके बूब्स को गाउन से बहार निकाला. वो एकदम गोरा और सॉफ्ट था. मैंने उसे धीरे से दबाना चालू कर दिया. मैंने उसे कहा, तुम्हारे पास सच में सेक्सी और हॉट बूब्स हे. वो हंस पड़ी.
मैं उसके निपल्स को लिक करने लगा और वो मोअन कर रही थी. मैं बूब्स को लिक्क और बाईट कर रहा था और दुसरे हाथ से मैं बूब्स को दबा रहा था.
करीब 10 मिनिट के बाद मेरी नजर उसके ज्युसी लिप्स के ऊपर पड़ी. मैंने उसके लिप्स को चूसा और वो भी मुझे सपोर्ट कर रही थी. मैंने अब उसका नाईटगाउन पूरा उतार दिया. और उसने अंदर पेंटी नहीं पहनी हुई थी. मैं उसके लिप्स को चूस रहा था और धीरे से मेरी उंगलिया उसकी चूत की तरफ चल पड़ी.
मेरे सेडयूज करने की वजह से उसकी चूत एकदम गीली हो चुकी थी. मैंने धीरे से ऊँगली को उसकी चूत पर दबा के जी स्पॉट के ऊपर लगा दिया. चूत का ये हिस्सा एकदम हॉट होता हे जहाँ पर टच करने से भी औरत एकदम चुदासी हो जाती हे.
मैंने उसे सोफे के ऊपर लिटाते हुए उसको किस किया. और अब वो अपनी चूत को एकदम बेताबी से मेरे लंड के ऊपर घिस रही थी. और जब उस से कंट्रोल नहीं हुआ तो उसने मेरे लंड को हाथ से पकड़ लिया और मुझे चूत को चोदने के लिए कहा.
वो पहले से मेरे ऊपर थी. मैंने उसको कमर से पकड़ा और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया. एक ही पावरफुल झटके में मैंने अपने लंड को उसकी चूत में डाल दिया और उसके मुहं से जोर की चीख निकल गई. और मैं एक के बाद एक झटके देने लगा चूत के अन्दर.
और दो मिनिट की चुदाई के अन्दर ही उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया. लेकिन मैं उसे चोदता रहा. मेरे लंड के निचे के बॉल्स उसकी चूत से टकरा रहे थे और उसे बड़ा मज़ा आ रहा था. और जब भी बॉल्स उसकी चूत से टकराते थे तो वो एकदम जोर जोर से कराह रही थी. वो मोअन करते हुए मुझे चोदने के लिए मिन्नते कर रही थी.
20 मिनिट की हार चुदाई के बाद उसने मुझे एकदम टाईट पकड़ लिया. मैं समझ गया की वो फिर से झड़ने वाली थी. इसलिए मैंने एकदम पॉवरफुल झटके देने चालु कर दिए और उसने अपना पानी छोड़ दिया. वो थक चुकी थी लेकिन मेरा पानी अभी नहीं निकला था. मई उसे और चोदना चाहता था लेकिन उसके पहले मैंने उसकी चूत के रस चाटने को सोचा.
मैंने अपनी जबान को उसकी चूत के ऊपर लगा दिया और उसके रसों को चाटने लगा जो बहार आ रहे थे. उसकी चूत के साथ साथ मैंने उसकी गांड भी चाट ली. और तभी मेरे दिमाग में एक आइडिया आया. मैंने सोचा की इसकी चूत इतनी सेक्सी हे तो गांड मारने में कितनी मजा आएगी. मैंने हौले से अपनी एक ऊँगली को उसकी गांड के होल में डाला. उसकी गांड वर्जीन होने की वजह से एकदम टाईट थी.
वो गांड में ऊँगली करने की वजह से एकदम चौंक गई और बोली प्लीज ऊंगली निकालो. उसने पहले पीछे नहीं किया था इसलिए उसे दर्द का डर लग रहा था. लेकिन मैं उसे छोड़ने के मूड में नहीं था. मैंने उसे 2 मिनिट तक किस किया और फिर उसको मेरे ऊपर भरोसा करने के लिए कहा. मैंने वेसेलिन लिया और उसकी गांड के ऊपर मसाज करने लगा. मैंने थोडा वेसेलिन उसकी गांड में भी डाला. और मैंने याशिका को अपने लंड चूसने के लिए कहा. वो लंड चूसने की एक्सपर्ट थी जो मजे से लंड को चूस रही थी. मैंने उसके साथ 69 पोजीशन बना ली. वो मेरे लंड को चूस रही थी और मैं उसकी चूत को चाट रहा था.
उसने गले तक लंड को भर के ऐसे चुस्से लगाये की मैं जैसे पागल हो रहा था. पहले मेरे लंड को ऐसे कभी नहीं चूसा था. कुछ मिनिट के बाद मैंने पोजीशन बनाई. वो गांड में लेने के ख़याल से डर सी रही थी. मैंने उसकी कमर को पकड़ा और उसकी टांगो को अपनी कमर के दोनों तरफ लगा दिया. और फिर मैंने हलके से अपने लंड को उसकी गांड में डाल दिया. एक धक्के में 2 इंच जितना लंड घुस गया और वो अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह कर के कराह उठी.
मैंने और धक्का लगा के 3 इंच से ज्यादा लंड को अन्दर कर दिया और वो मुझे निकालने के लिए रिक्वेस्ट कर रही थी. मैंने एक पॉवरफुल स्ट्रोक लगाया और मेरा पूरा लंड उसकी गांड में था. उसको बहुत दर्द हो रहा था. उसकी आँखों से आंसू निकल रहे थे. मैंने उसके लिप्स को अपने लिप्स से लगाए और चूसने लगा. और अपने हाथ से मैं उसके बूब्स को मसल रहा था. मैं धीरे धीरे से धक्के दे रहा था और वो जोर जोर से मोअन कर रही थी.
लेकिन अब वो मुझे सपोर्ट कर रही थी और मैं उसकी गांड को खंगाल रहा था. वो अपनी गांड को जोर जोर से हिला रही थी. अब उसे दर्द नहीं हो रहा था. हम दोनों चुदाई की आवाजें निकाल रहे थे जो कमरे में गूंज रही थी. वो कह रही थी, अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह फक मी अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह!
मेरे लंड का पानी याशिका की गांड में ही निकल गया. उसने मुझे बताया की उसकी लाइफ का वो सब से अच्छा सेक्स सेशन था.
बगल वाली और फिर कजिन को चोदा
बात करीब ३-४ महीने पहले की हे जब हमारे घर में फंक्शन था और सब
आये हुए थे. सोरी में पहले अपने बारे में बताना भूल गया मेरी उमर १८ साल
हे और में अभी पढाई करता हु, मेरा लंड की साइज़ ६.५ इंच हे.
तो मेने जैसा बताया की हमारे घर में फेमिली फंक्शन था और सब आये हुए थे और मेरे घर के आस पास के पडोसी भी आये हुए थे और उनमे से एक लड़की थी सिमरन जिसके साथ मेने पहले कभी चोदा नहीं था.
फंक्शन ख़त्म होते होते करीब एक बज गये थे और सब थक गये थे तो सब जहा जगह मिले वहा पर सो गए और में छत में चला गया था और मेने वहा पर सिमरन को भी बुला लिया था. उसका घर मेरे घर के एकदम बगल में था तो आराम से इधर से उधर आ जा सकते थे.
तो में वहा पर आके पहले अपना बिस्तर लगा के लेट गया था और सिमरन का इंतजार करने लगा था और मुझे पता ही नहीं चला और कब मेरी आँख लग गयी थी. तभी थोड़ी देर में मुझे कुछ अजीब सा लगा और मेरी आँख खुली तो मेने देखा की सिमरन मेरा लंड पकड़े हुए हे और उसको चूस थी थी. उसने मुझे देखा और कहा की जाग क्यों गये अब मुझे अपना लौड़ा चुदने नहीं दोगे तो मेने स्माइल दी और कहा चुसो तुम्हारा ही हे.
फिर वह चूसने लगी और खूब देर चूसने के बाद वह मेरे उपर आकर मुझे लिप किस करने लगी और उसने ५ मिनिट तक किस किया.
फिर में उसके बूब्स बहार से दबाने लगा और उसके मुह से अहह हो अह हह अह हू हो अह हह्ह्ह आवाज आने लगी थी फिर मेने उसका नाईटी उतार दिया था आयर वह सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी. क्या मस्त माल लग रही थी उसके बड़े बड़े बूब्स ब्रा से बहार आने को तरस रहे थे.
मेने उसकी ब्रा को उतार दिया और उसके बड़े बड़े बूब्स को दबाने लगा और चुसने लगा और उस के मुह से आह अ हह ओया ऊया गग्ग ओह अघ्ग हहह ओह अहह हो अह्ह्ह निकल रही थी और वह बोल रही थी की और चुसो सारा दूध ख़त्म कर दो और चुसो. कुछ देर के बाद बूब्स मेने उसकी पेंटी उतारी और वाह क्या मस्त चूत थी. उस पर एक भी बाल नहीं था छत पर लाईट लगी थी तो मुझे सब साफ साफ नजर आ रहा था और मेने उसकी चूत को जैसे ही अपनी जीभ से चाटा वह उछल पड़ी जैसे उसके पुरे बदन में बिजली दौड़ गयी हो. फिर में उसकी चूत को चाटने लगा कभी अपनी ऊँगली उसकी चूत में डालता तो कभी अपनी जीभ से चाट रहा था और वह सिर्फ अहः ओह अहह हो अ हहह इअई फ अहह अहः ओह अह्ह्ह आवाज निकाल रही थी.
अचानक से मेरी नजर छत के गेट पर गयी मुझे ऐसा लगा की कोई हे वहा पर फिर मेने ध्यान हटाया और चूत को चाटने लगा. फिर मेने चूत चाटते देखा तो दंग ही रह गया. गेट के पास शगुन खड़ी थी और वह बहोत देर से हम लोगो को देख रही थी और उसने अपना हाथ अपनी पेंटी के अंदर डाला हुआ था आयर अपनी चूत को रब कर रही थी.
शगुन मेरी कजिन हे और मेने सोचा की इसको भी जॉइन करने के लिए कहता हु और वह मेरे उमर की हे और एकदम सेक्सी और बड़े बड़े बोबे वाली हे.
मेने बिना कुछ सोचे थोडा तेज आवाज में बोला ताकि उस तक आवाज जा सके मने कहा ऊँगली से करते करते हाथ दर्द कर रहा होगा आओ में अपना लौडा डालता हु शगुन. वह यह सुन कर एकदम दंग रह गयी और गेट के पीछे से बहार आ गयी और बोली हां यार हाथ दर्द करने लगा अब तुम्हारा लंड ही मेरी भूख मिटा सकता हे.
फिर मेने उसको अपने गोद में उठा कर बिस्तर पर लिटाया आयर उसके बूब्स को दबाने लगा. सिमरन और वह आपस में किस कर रहे थे फिर मेने शगुन का टॉप उतारा और बूब्स को ब्रा के उपर से दबाने लगा. एक बूब में दबा रहा था और एक सिमरन हम दोनों उसके बूब्स चूस भी रहे थे और वह आह हो अह हहो अह हो अहह चुसो बोल रही थी.
फिर मेने पहले सिमरन की टांगे फैलाई और अपना लंड उपर रगड रहा था और वह बोल रही थी अब अंदर डालो नहीं तो में अपना हाथ डाल दूंगी पूरा. प्लीज़ चोदो मुझे तो मेने ज्यादा देर न करते हुए एक ज़टका मारा और मेरा लंड का सुपाडा अंदर चला गया और उसकी चीख निकल गयी तो शगुन ने अपना लिप्स से उसे किस करने लगी और अब मुझे भी थोडा दर्द हो रहा था, मुझे लग रहा था जैसे की मेरे लंड की खाल निकल रही हो और फ्फिर कुछ देर बाद मेने अपना पूरा लंड अंदर डाल दिया और चुदाई चालू कर दी.
फिर में सीधे लेट गया और सिमरन मेरे लंड के उपर बैठ कर चुदाने लगी और शगुन मेरे मुह के ऊपर आ गयी और में उसकी चूत चाट रहा था कुछ देर बाद में जड़ गया और दोनों साथ चिपक के बूब्स को दबाने लगे और किस करने लगे थे.
कुछ देर बाद में फिर से रेडी हो गया था और अब शगुन की बारी थी. मेने उसको एक बार में ही पूरा लंड अंदर डाल दिया और उसके मुह से गाली निकल गयी और बिलने लगी मादरचोद इतनी तेज़ी दे क्यों डाला चूत को फाड़ दिया मेरी मादरचोद कही के. फिर कुछ देर बाद उसका दर्द कम हुआ तो मेने उसकी चुदाई चालू कर दी. सिमरन मेरे मुह के पास आ गयी और मेने उसके भी बूब्स चुसे और चूत चाटी और मेने बारी बारी दोनों को २ बार चोदा. जब मेने पहले बार सिमरन के बुर में लंड डाला तो मुझे थोडा दर्द हुआ था लेकिन बाद में मजा आने लगा था. जब में सिमरन को चोदता तब शगुन अपना बुर चटवाती और जब शगुन को चोदता तो सिमरन अपना बुर चुसवाती. हमने करीब सुबह ४ बजे तक मजा किया.
तो मेने जैसा बताया की हमारे घर में फेमिली फंक्शन था और सब आये हुए थे और मेरे घर के आस पास के पडोसी भी आये हुए थे और उनमे से एक लड़की थी सिमरन जिसके साथ मेने पहले कभी चोदा नहीं था.
फंक्शन ख़त्म होते होते करीब एक बज गये थे और सब थक गये थे तो सब जहा जगह मिले वहा पर सो गए और में छत में चला गया था और मेने वहा पर सिमरन को भी बुला लिया था. उसका घर मेरे घर के एकदम बगल में था तो आराम से इधर से उधर आ जा सकते थे.
तो में वहा पर आके पहले अपना बिस्तर लगा के लेट गया था और सिमरन का इंतजार करने लगा था और मुझे पता ही नहीं चला और कब मेरी आँख लग गयी थी. तभी थोड़ी देर में मुझे कुछ अजीब सा लगा और मेरी आँख खुली तो मेने देखा की सिमरन मेरा लंड पकड़े हुए हे और उसको चूस थी थी. उसने मुझे देखा और कहा की जाग क्यों गये अब मुझे अपना लौड़ा चुदने नहीं दोगे तो मेने स्माइल दी और कहा चुसो तुम्हारा ही हे.
फिर वह चूसने लगी और खूब देर चूसने के बाद वह मेरे उपर आकर मुझे लिप किस करने लगी और उसने ५ मिनिट तक किस किया.
फिर में उसके बूब्स बहार से दबाने लगा और उसके मुह से अहह हो अह हह अह हू हो अह हह्ह्ह आवाज आने लगी थी फिर मेने उसका नाईटी उतार दिया था आयर वह सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी. क्या मस्त माल लग रही थी उसके बड़े बड़े बूब्स ब्रा से बहार आने को तरस रहे थे.
मेने उसकी ब्रा को उतार दिया और उसके बड़े बड़े बूब्स को दबाने लगा और चुसने लगा और उस के मुह से आह अ हह ओया ऊया गग्ग ओह अघ्ग हहह ओह अहह हो अह्ह्ह निकल रही थी और वह बोल रही थी की और चुसो सारा दूध ख़त्म कर दो और चुसो. कुछ देर के बाद बूब्स मेने उसकी पेंटी उतारी और वाह क्या मस्त चूत थी. उस पर एक भी बाल नहीं था छत पर लाईट लगी थी तो मुझे सब साफ साफ नजर आ रहा था और मेने उसकी चूत को जैसे ही अपनी जीभ से चाटा वह उछल पड़ी जैसे उसके पुरे बदन में बिजली दौड़ गयी हो. फिर में उसकी चूत को चाटने लगा कभी अपनी ऊँगली उसकी चूत में डालता तो कभी अपनी जीभ से चाट रहा था और वह सिर्फ अहः ओह अहह हो अ हहह इअई फ अहह अहः ओह अह्ह्ह आवाज निकाल रही थी.
अचानक से मेरी नजर छत के गेट पर गयी मुझे ऐसा लगा की कोई हे वहा पर फिर मेने ध्यान हटाया और चूत को चाटने लगा. फिर मेने चूत चाटते देखा तो दंग ही रह गया. गेट के पास शगुन खड़ी थी और वह बहोत देर से हम लोगो को देख रही थी और उसने अपना हाथ अपनी पेंटी के अंदर डाला हुआ था आयर अपनी चूत को रब कर रही थी.
शगुन मेरी कजिन हे और मेने सोचा की इसको भी जॉइन करने के लिए कहता हु और वह मेरे उमर की हे और एकदम सेक्सी और बड़े बड़े बोबे वाली हे.
मेने बिना कुछ सोचे थोडा तेज आवाज में बोला ताकि उस तक आवाज जा सके मने कहा ऊँगली से करते करते हाथ दर्द कर रहा होगा आओ में अपना लौडा डालता हु शगुन. वह यह सुन कर एकदम दंग रह गयी और गेट के पीछे से बहार आ गयी और बोली हां यार हाथ दर्द करने लगा अब तुम्हारा लंड ही मेरी भूख मिटा सकता हे.
फिर मेने उसको अपने गोद में उठा कर बिस्तर पर लिटाया आयर उसके बूब्स को दबाने लगा. सिमरन और वह आपस में किस कर रहे थे फिर मेने शगुन का टॉप उतारा और बूब्स को ब्रा के उपर से दबाने लगा. एक बूब में दबा रहा था और एक सिमरन हम दोनों उसके बूब्स चूस भी रहे थे और वह आह हो अह हहो अह हो अहह चुसो बोल रही थी.
फिर मेने पहले सिमरन की टांगे फैलाई और अपना लंड उपर रगड रहा था और वह बोल रही थी अब अंदर डालो नहीं तो में अपना हाथ डाल दूंगी पूरा. प्लीज़ चोदो मुझे तो मेने ज्यादा देर न करते हुए एक ज़टका मारा और मेरा लंड का सुपाडा अंदर चला गया और उसकी चीख निकल गयी तो शगुन ने अपना लिप्स से उसे किस करने लगी और अब मुझे भी थोडा दर्द हो रहा था, मुझे लग रहा था जैसे की मेरे लंड की खाल निकल रही हो और फ्फिर कुछ देर बाद मेने अपना पूरा लंड अंदर डाल दिया और चुदाई चालू कर दी.
फिर में सीधे लेट गया और सिमरन मेरे लंड के उपर बैठ कर चुदाने लगी और शगुन मेरे मुह के ऊपर आ गयी और में उसकी चूत चाट रहा था कुछ देर बाद में जड़ गया और दोनों साथ चिपक के बूब्स को दबाने लगे और किस करने लगे थे.
कुछ देर बाद में फिर से रेडी हो गया था और अब शगुन की बारी थी. मेने उसको एक बार में ही पूरा लंड अंदर डाल दिया और उसके मुह से गाली निकल गयी और बिलने लगी मादरचोद इतनी तेज़ी दे क्यों डाला चूत को फाड़ दिया मेरी मादरचोद कही के. फिर कुछ देर बाद उसका दर्द कम हुआ तो मेने उसकी चुदाई चालू कर दी. सिमरन मेरे मुह के पास आ गयी और मेने उसके भी बूब्स चुसे और चूत चाटी और मेने बारी बारी दोनों को २ बार चोदा. जब मेने पहले बार सिमरन के बुर में लंड डाला तो मुझे थोडा दर्द हुआ था लेकिन बाद में मजा आने लगा था. जब में सिमरन को चोदता तब शगुन अपना बुर चटवाती और जब शगुन को चोदता तो सिमरन अपना बुर चुसवाती. हमने करीब सुबह ४ बजे तक मजा किया.
बुधवार, 22 नवंबर 2017
प्यारी पंजाबन शादीशुदा गर्लफ्रेंड की हिंदी चुदाई स्टोरी
ह हिंदी चुदाई स्टोरी एक पंजाबन लड़की की है.
पिछले साल मैं दिल्ली में जॉब कर रहा था तो वहाँ मेरी मुलाकात एक ऐसी हसीन परी से हुई, जिसका नाम कोमल था। वो पंजाबन थी और आपको तो पता ही है कि पंजाबी लड़कियां कैसी कड़क और एकदम माल जैसी दिखती हैं। कोमल भी एक ऐसी ही हसीना थी, जो उसे एक बार देख लेता.. बस फिर वो उसे देखता ही रहता है। क्या कहूँ उसके बारे में.. बड़ी-बड़ी आँखें, पिंक कलर के होंठ और मदमस्त फिगर तो सन्नी लियोनी से भी अच्छा 32-28-34 का जानलेवा फिगर था। यारों वो चलती-फिरती किलर मशीन थी। उसका रंग तो ऐसा गोरा कि दूध भी शर्मा जाए। बस एक ही दिक्कत थी कि वो शादीशुदा थी। उसकी 3 साल पहले अरेंज मैरिज हो चुकी थी और उसका एक बेबी भी था।
लेकिन समस्या ये थी कि उसका पति उसको सेक्स का सुख तो देता था लेकिन साथ में उसको मारता भी था।
उसकी और मेरी मुलाकात एक दिन जब हुई, जब वो अपनी सहेली से मिलने हमारे ऑफिस आई.. वहाँ आकर वो रोने लगी कि कैसे उसके ससुराल वाले उस पर जुल्म किया करते थे। मैं उसकी बातें वहीं एक तरफ बैठ कर ध्यान से सुनता रहा और बातें सुनने के साथ धीरे-धीरे उसको बार-बार देख भी रहा था।
अचानक उसने मुझे देख लिया कि मैं उसे बार-बार देख रहा हूँ.. मेरी तो गांड ही फट गई थी। मुझे लगा कहीं वो मुझे आकर कुछ बोल ना दे। फिर कुछ देर बाद वो वहाँ से चली गई, लेकिन मैंने देर ना करते हुए उसकी सहेली से उससे फ्रेंडशिप करने के लिए बोला।
बहुत देर तक समझाने के बाद उसकी फ्रेंड मान गई और अगले ही दिन उसने कोमल को बोल दिया कि विराट तुमसे फ्रेंडशिप करना चाहता है।
लेकिन कोमल ने बोला कि क्या उसे पता है कि मेरी शादी हो चुकी है और मेरा बेबी भी है?
उसने कहा- हाँ उसे पता है।
लेकिन फिर भी कोमल ने मना कर दिया।
फिर मैंने उसकी सहेली को बोला कि वो उससे रात में बात करके उसको मेरा नम्बर दे दे और उसकी सहेली ने ऐसा ही किया, उसने कोमल को मेरा नम्बर दे दिया।
फिर दो दिन बाद रात को करीब 11 बजे उसका व्हाटसैप पर मैसेज आया.. मैं समझ गया कि वो भी फ्रेंडशिप करना चाहती है।
हम लोग फिर बातें करने लगे और बात करते-करते रात कब निकल गई.. कुछ पता ही नहीं चला।
फिर अगले दिन उसका कॉल आया और मैंने उससे उसकी मॅरीड लाइफ के बारे में पूछा तो वो रोने लगी। फिर वो रोते हुए अपने पति के बारे में बताने लगी।
मैंने उसे चुप कराया और कहा- पति की जगह मैं हूँ ना।
वो हंस पड़ी और उसने मुझे ‘आई लाइक यू..’ बोला।
हम लोग ऐसे ही बात करते-करते सेक्स की बातें करने लगे।
फिर एक दिन ऐसा आया कि उसने मुझे अपने घर बुलाया क्योंकि उसका पति अक्सर बाहर ही रहता था। उस दिन जब मैं उसके घर गया तो वो एक सोफे पर बड़ी मादक अंदाज में बैठी थी। इस तरह बैठे हुए वो एकदम स्वर्ग की अप्सरा सी लग रही थी। क्या मस्त ड्रेस पहन रखी थी उसने.. ग्रीन सूट और सलवार में वो एकदम पटाखा लग रही थी।
उसके मम्मे पहले के मुक़ाबले और भी बड़े लग रहे थे। क्या उठी हुई गांड थी यार.. मेरा तो लंड ही खड़ा हो गया।
मेरे अन्दर जाते ही वो खड़ी हो गई। वो मेरे लिए पानी लेकर आई और फिर कोल्डड्रिंक लेकर आई। मैं धीरे-धीरे शिप करते हुए कोल्डड्रिंक पीने लगा और उससे बातें करने लगा। कुछ ही देर में मैं उसके साथ मस्ती करने लगा।
इतना करने के बाद वो रोने लगी कि एक तुम हो जो मुझे बात-बात पर हंसाते हो और एक मेरा पति है जो मुझे मारता है।
मैंने बोला- जानू मैं हूँ ना तेरा पति..
मेरे इतना कहते ही वो मुझसे बोली- सिर्फ नाम के ही पति हो.. या कुछ काम के भी हो?
मैं समझ गया था कि आज ये पक्का चुदेगी मुझसे।
मैं बोला- क्यों क्या काम करना है बताओ..?
वो शरमा गई।
फिर मैंने आगे बढ़ कर उसके गाल पर किस किया उसने मुस्कुरा कर मेरे किस का स्वागत किया तो मैंने अगला चूमा उसकी गर्दन पर अपनी गरम साँसें छोड़ते हुए किया। मेरे इतना करने पर वो एकदम हिल गई थी।
फिर उसने मुझे धक्का दिया और दूसरे कमरे में चली गई। कुछ पल रुकने के बाद मैं अपनी कोल्डड्रिंक लेकर उसके पीछे गया तो देखा कि वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में मेरे सामने बेड पर लेटी है।
मेरे अन्दर आते ही वो मुझे उंगली के इशारे से बुलाने लगी। उसको इस कामुक अंदाज में देख कर लगा कि आज मुझे जन्नत का दरवाजा दिख रहा है।
वाकयी लग रहा था कि खुद स्वर्ग की अप्सरा मुझे अपनी चुत चोदने का बुलावा दे रही है।
मैं भी देर ना करते हुए उसके पास गया। पहले उसके होंठ पर होंठ रख दिए। हम दोनों करीब 15 मिनट तक ऐसे ही बैठ कर एक-दूसरे के होंठ चूसते रहे।
अह.. क्या रसीले होंठ थे उसके.. एकदम मुलायम और रस भरे.. मदमस्त चुसाई चल रही थी।
फिर मैंने उसकी गर्दन पर किस किया और धीरे-धीरे उसके मम्मों को ब्रा के ऊपर से ही चूसने लगा। इतने में ही वो तड़प उठी और उसने अपनी ब्रा उतार दी। फिर उसने मेरे मुँह में अपना एक चुची दे दी, मैं उसको रगड़ कर पीने लगा। साथ ही मैं उसकी पेंटी में हाथ घुसा कर चुत में एक उंगली करने लगा।
मेरे ऐसा करते ही वो और भी कामुकता से आहें भरने लगी ‘ऊहह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… उम्म्म..’
उसकी मादक सीत्कारें सुनकर मैं और मस्ती से चूत को कुरेदने में लगा रहा। फिर मैंने उसकी पैंटी फाड़ दी और अपना मुँह उसकी चुत पर रख दिया और उसको अन्दर से चाटने लगा।
मेरे ऐसा करने पर वो तड़प उठी और बोली- यार मैं मर जाऊँगी प्लीज़ अब चोद दे प्लीज़ यार आह..
इतना कहते ही करीब दो ही मिनट बाद वो झड़ गई और मैं उसका पूरा पानी पी गया। अब मैं अपने कपड़े उतारने लगा तो उसके मेरा अंडरवियर पकड़ कर मुझे अपने पास खींच लिया। मेरा लंड निकाल कर अपने मुँह में ले लिया और उसको लॉलीपॉप की तरह चाटने लगी और चूसने लगी।
करीब दस मिनट तक वो ऐसे ही करती रही। फिर ऐसा करने के बाद वो बोली- प्लीज़ विराट आज तुम मुझे अपनी बना लो.. हमेशा के लिए.. मैं तुम्हारे साथ रहना चाहती हूँ.. मुझे क्या ऐसे ही तड़पाओगे.. आओ ना.. आज मुझे चोद दो और मुझे अपना बना लो।
मैंने ऐसा ही किया। उसकी चुत पर अपना लंड रखा और ज़ोर से धक्का दे मारा। इस तगड़े झटके से मेरा आधा लंड उसकी चुत में एक ही बार में चला गया। उसकी चीख निकल गई- क्या कर रहा है.. भैनचोद ऐसे तो मेरा पति भी नहीं करता.. आह.. बाहर निकाल अपने लंड को.. मैं मर जाऊँगी प्लीज़ जल्दी से बाहर निकाल।
मैंने उसको कुछ नहीं कहा और न ही उसकी बात पर कोई ध्यान दिया। बस मैं उसके मम्मों को पीने लगा और चुपचाप उसके ऊपर लेट गया।
फिर उसके मुँह से सीत्कारें निकलने लगीं ‘आआ हह.. उहह प्लीज़.. आआह..’
अब मैं धीरे-धीरे लंड को अन्दर-बाहर करने लगा.. लेकिन अभी मेरा आधा लंड ही अन्दर था।
फिर अचानक मैंने जोर से धक्का दिया तो इस बार मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी चुत को चीरता हुआ घुस गया।
वो फिर से तड़प उठी और बोली- मुझे नहीं बनाना तुझे अपना खसम.. अआह.. उउह.. मार डाला बस कर..
अब वो मुझे गालियां देने लगी।
मुझे उस पर गुस्सा आ गया, मैंने एक हाथ से उसका मुँह दबाया और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा। ऐसा करने पर उसका चेहरा लाल पड़ गया और उसकी आँखों से आंसू आ गए।
लेकिन कुछ देर बाद सब शांत हो गया और वो भी अब मुझे अन्दर लेने लगी.. मेरा साथ देने लगी। फिर कभी उसको घोड़ी बना कर चोदता.. तो कभी उसकी एक टाँग अपने कंधे पर रख कर चुत पेलता, उसको मम्मों को और होंठों को बारी-बारी से चूसता हुआ उसको चोदता।
उसको भी मजा आ रहा था।
करीब दस मिनट बाद वो अकड़ गई और झड़ गई.. लेकिन मैं उसे लगातार चोदता रहा.. फिर 5 मिनट बाद मैं भी झड़ गया। मैंने अपना सारा पानी उसकी चूत में अन्दर ही छोड़ दिया।
फिर हम दोनों एक-दूसरे के ऊपर लेट गए। उस दिन मैंने उसकी चूत को 3 बार चोदा और उसकी गांड भी मारी।
बाद में मैं जब जाने लगा तो वो बोली- आज से तुम ही मेरे पति हो और तुम जब कहोगे, मैं तुम्हारे पास आ जाऊँगी।
उसके बाद हम लोग बार-बार मिलने लगे। वो काफ़ी रिच थी इसलिए वो मुझे पैसे भी देती थी।
एक दिन उसके पति को हमारे बारे में पता चल गया और फिर उसकी और मेरी बातें होना और मिलना बंद हो गया। पिछले महीने एक अननोन नम्बर से उसका कॉल आया था।
उसने बताया- तू बाप बन चुका है। मैंने एक लड़के को पैदा किया है.. जो कि तेरा है।
इतना कह कर उसने फोन कट कर दिया। आज भी मैं उसको याद करता हूँ तो मूड खराब हो जाता है।
आपको मेरी हिंदी चुदाई स्टोरी कैसी लगी मुझे ज़रूर बताएं।
पिछले साल मैं दिल्ली में जॉब कर रहा था तो वहाँ मेरी मुलाकात एक ऐसी हसीन परी से हुई, जिसका नाम कोमल था। वो पंजाबन थी और आपको तो पता ही है कि पंजाबी लड़कियां कैसी कड़क और एकदम माल जैसी दिखती हैं। कोमल भी एक ऐसी ही हसीना थी, जो उसे एक बार देख लेता.. बस फिर वो उसे देखता ही रहता है। क्या कहूँ उसके बारे में.. बड़ी-बड़ी आँखें, पिंक कलर के होंठ और मदमस्त फिगर तो सन्नी लियोनी से भी अच्छा 32-28-34 का जानलेवा फिगर था। यारों वो चलती-फिरती किलर मशीन थी। उसका रंग तो ऐसा गोरा कि दूध भी शर्मा जाए। बस एक ही दिक्कत थी कि वो शादीशुदा थी। उसकी 3 साल पहले अरेंज मैरिज हो चुकी थी और उसका एक बेबी भी था।
लेकिन समस्या ये थी कि उसका पति उसको सेक्स का सुख तो देता था लेकिन साथ में उसको मारता भी था।
उसकी और मेरी मुलाकात एक दिन जब हुई, जब वो अपनी सहेली से मिलने हमारे ऑफिस आई.. वहाँ आकर वो रोने लगी कि कैसे उसके ससुराल वाले उस पर जुल्म किया करते थे। मैं उसकी बातें वहीं एक तरफ बैठ कर ध्यान से सुनता रहा और बातें सुनने के साथ धीरे-धीरे उसको बार-बार देख भी रहा था।
अचानक उसने मुझे देख लिया कि मैं उसे बार-बार देख रहा हूँ.. मेरी तो गांड ही फट गई थी। मुझे लगा कहीं वो मुझे आकर कुछ बोल ना दे। फिर कुछ देर बाद वो वहाँ से चली गई, लेकिन मैंने देर ना करते हुए उसकी सहेली से उससे फ्रेंडशिप करने के लिए बोला।
लेकिन कोमल ने बोला कि क्या उसे पता है कि मेरी शादी हो चुकी है और मेरा बेबी भी है?
उसने कहा- हाँ उसे पता है।
लेकिन फिर भी कोमल ने मना कर दिया।
फिर मैंने उसकी सहेली को बोला कि वो उससे रात में बात करके उसको मेरा नम्बर दे दे और उसकी सहेली ने ऐसा ही किया, उसने कोमल को मेरा नम्बर दे दिया।
फिर दो दिन बाद रात को करीब 11 बजे उसका व्हाटसैप पर मैसेज आया.. मैं समझ गया कि वो भी फ्रेंडशिप करना चाहती है।
हम लोग फिर बातें करने लगे और बात करते-करते रात कब निकल गई.. कुछ पता ही नहीं चला।
फिर अगले दिन उसका कॉल आया और मैंने उससे उसकी मॅरीड लाइफ के बारे में पूछा तो वो रोने लगी। फिर वो रोते हुए अपने पति के बारे में बताने लगी।
मैंने उसे चुप कराया और कहा- पति की जगह मैं हूँ ना।
वो हंस पड़ी और उसने मुझे ‘आई लाइक यू..’ बोला।
हम लोग ऐसे ही बात करते-करते सेक्स की बातें करने लगे।
फिर एक दिन ऐसा आया कि उसने मुझे अपने घर बुलाया क्योंकि उसका पति अक्सर बाहर ही रहता था। उस दिन जब मैं उसके घर गया तो वो एक सोफे पर बड़ी मादक अंदाज में बैठी थी। इस तरह बैठे हुए वो एकदम स्वर्ग की अप्सरा सी लग रही थी। क्या मस्त ड्रेस पहन रखी थी उसने.. ग्रीन सूट और सलवार में वो एकदम पटाखा लग रही थी।
उसके मम्मे पहले के मुक़ाबले और भी बड़े लग रहे थे। क्या उठी हुई गांड थी यार.. मेरा तो लंड ही खड़ा हो गया।
मेरे अन्दर जाते ही वो खड़ी हो गई। वो मेरे लिए पानी लेकर आई और फिर कोल्डड्रिंक लेकर आई। मैं धीरे-धीरे शिप करते हुए कोल्डड्रिंक पीने लगा और उससे बातें करने लगा। कुछ ही देर में मैं उसके साथ मस्ती करने लगा।
इतना करने के बाद वो रोने लगी कि एक तुम हो जो मुझे बात-बात पर हंसाते हो और एक मेरा पति है जो मुझे मारता है।
मैंने बोला- जानू मैं हूँ ना तेरा पति..
मेरे इतना कहते ही वो मुझसे बोली- सिर्फ नाम के ही पति हो.. या कुछ काम के भी हो?
मैं समझ गया था कि आज ये पक्का चुदेगी मुझसे।
मैं बोला- क्यों क्या काम करना है बताओ..?
वो शरमा गई।
फिर मैंने आगे बढ़ कर उसके गाल पर किस किया उसने मुस्कुरा कर मेरे किस का स्वागत किया तो मैंने अगला चूमा उसकी गर्दन पर अपनी गरम साँसें छोड़ते हुए किया। मेरे इतना करने पर वो एकदम हिल गई थी।
फिर उसने मुझे धक्का दिया और दूसरे कमरे में चली गई। कुछ पल रुकने के बाद मैं अपनी कोल्डड्रिंक लेकर उसके पीछे गया तो देखा कि वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में मेरे सामने बेड पर लेटी है।
मेरे अन्दर आते ही वो मुझे उंगली के इशारे से बुलाने लगी। उसको इस कामुक अंदाज में देख कर लगा कि आज मुझे जन्नत का दरवाजा दिख रहा है।
वाकयी लग रहा था कि खुद स्वर्ग की अप्सरा मुझे अपनी चुत चोदने का बुलावा दे रही है।
मैं भी देर ना करते हुए उसके पास गया। पहले उसके होंठ पर होंठ रख दिए। हम दोनों करीब 15 मिनट तक ऐसे ही बैठ कर एक-दूसरे के होंठ चूसते रहे।
अह.. क्या रसीले होंठ थे उसके.. एकदम मुलायम और रस भरे.. मदमस्त चुसाई चल रही थी।
फिर मैंने उसकी गर्दन पर किस किया और धीरे-धीरे उसके मम्मों को ब्रा के ऊपर से ही चूसने लगा। इतने में ही वो तड़प उठी और उसने अपनी ब्रा उतार दी। फिर उसने मेरे मुँह में अपना एक चुची दे दी, मैं उसको रगड़ कर पीने लगा। साथ ही मैं उसकी पेंटी में हाथ घुसा कर चुत में एक उंगली करने लगा।
मेरे ऐसा करते ही वो और भी कामुकता से आहें भरने लगी ‘ऊहह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… उम्म्म..’
उसकी मादक सीत्कारें सुनकर मैं और मस्ती से चूत को कुरेदने में लगा रहा। फिर मैंने उसकी पैंटी फाड़ दी और अपना मुँह उसकी चुत पर रख दिया और उसको अन्दर से चाटने लगा।
मेरे ऐसा करने पर वो तड़प उठी और बोली- यार मैं मर जाऊँगी प्लीज़ अब चोद दे प्लीज़ यार आह..
इतना कहते ही करीब दो ही मिनट बाद वो झड़ गई और मैं उसका पूरा पानी पी गया। अब मैं अपने कपड़े उतारने लगा तो उसके मेरा अंडरवियर पकड़ कर मुझे अपने पास खींच लिया। मेरा लंड निकाल कर अपने मुँह में ले लिया और उसको लॉलीपॉप की तरह चाटने लगी और चूसने लगी।
करीब दस मिनट तक वो ऐसे ही करती रही। फिर ऐसा करने के बाद वो बोली- प्लीज़ विराट आज तुम मुझे अपनी बना लो.. हमेशा के लिए.. मैं तुम्हारे साथ रहना चाहती हूँ.. मुझे क्या ऐसे ही तड़पाओगे.. आओ ना.. आज मुझे चोद दो और मुझे अपना बना लो।
मैंने ऐसा ही किया। उसकी चुत पर अपना लंड रखा और ज़ोर से धक्का दे मारा। इस तगड़े झटके से मेरा आधा लंड उसकी चुत में एक ही बार में चला गया। उसकी चीख निकल गई- क्या कर रहा है.. भैनचोद ऐसे तो मेरा पति भी नहीं करता.. आह.. बाहर निकाल अपने लंड को.. मैं मर जाऊँगी प्लीज़ जल्दी से बाहर निकाल।
मैंने उसको कुछ नहीं कहा और न ही उसकी बात पर कोई ध्यान दिया। बस मैं उसके मम्मों को पीने लगा और चुपचाप उसके ऊपर लेट गया।
फिर उसके मुँह से सीत्कारें निकलने लगीं ‘आआ हह.. उहह प्लीज़.. आआह..’
अब मैं धीरे-धीरे लंड को अन्दर-बाहर करने लगा.. लेकिन अभी मेरा आधा लंड ही अन्दर था।
फिर अचानक मैंने जोर से धक्का दिया तो इस बार मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी चुत को चीरता हुआ घुस गया।
वो फिर से तड़प उठी और बोली- मुझे नहीं बनाना तुझे अपना खसम.. अआह.. उउह.. मार डाला बस कर..
अब वो मुझे गालियां देने लगी।
मुझे उस पर गुस्सा आ गया, मैंने एक हाथ से उसका मुँह दबाया और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा। ऐसा करने पर उसका चेहरा लाल पड़ गया और उसकी आँखों से आंसू आ गए।
लेकिन कुछ देर बाद सब शांत हो गया और वो भी अब मुझे अन्दर लेने लगी.. मेरा साथ देने लगी। फिर कभी उसको घोड़ी बना कर चोदता.. तो कभी उसकी एक टाँग अपने कंधे पर रख कर चुत पेलता, उसको मम्मों को और होंठों को बारी-बारी से चूसता हुआ उसको चोदता।
उसको भी मजा आ रहा था।
करीब दस मिनट बाद वो अकड़ गई और झड़ गई.. लेकिन मैं उसे लगातार चोदता रहा.. फिर 5 मिनट बाद मैं भी झड़ गया। मैंने अपना सारा पानी उसकी चूत में अन्दर ही छोड़ दिया।
फिर हम दोनों एक-दूसरे के ऊपर लेट गए। उस दिन मैंने उसकी चूत को 3 बार चोदा और उसकी गांड भी मारी।
बाद में मैं जब जाने लगा तो वो बोली- आज से तुम ही मेरे पति हो और तुम जब कहोगे, मैं तुम्हारे पास आ जाऊँगी।
उसके बाद हम लोग बार-बार मिलने लगे। वो काफ़ी रिच थी इसलिए वो मुझे पैसे भी देती थी।
एक दिन उसके पति को हमारे बारे में पता चल गया और फिर उसकी और मेरी बातें होना और मिलना बंद हो गया। पिछले महीने एक अननोन नम्बर से उसका कॉल आया था।
उसने बताया- तू बाप बन चुका है। मैंने एक लड़के को पैदा किया है.. जो कि तेरा है।
इतना कह कर उसने फोन कट कर दिया। आज भी मैं उसको याद करता हूँ तो मूड खराब हो जाता है।
आपको मेरी हिंदी चुदाई स्टोरी कैसी लगी मुझे ज़रूर बताएं।
सोमवार, 20 नवंबर 2017
प्रेमिका ने शादी से पहले सुहागरात मेरे साथ मनाई
दोस्तो, अमृता के साथ एक साल तक मैंने दिल्ली साथ जॉब की और इस दौरान
हमने सेक्स का भरपूर आनन्द भी लिया. अगले साल उसका रिश्ता कहीं और हो गया
और फिर जल्द ही उसकी शादी होने वाली थी इसलिए उसके घर वालों ने उसकी नौकरी
छुड़वा कर उसे घर बुला लिया था.
जैसे कि हम दोनों में तय था कि जब तक प्यार और साथ रहने का मौका होगा हम निभाएंगे और बाद में कोई किसी को बिन कुछ कहे अपनी जिंदगी में आगे बढ़ सकता है. इसलिए मैंने भी उसे प्यार से विदा किया.
उसकी शादी से एक महीने पहले उसने मुझे फोन किया और कहा कि वो अपनी शादी से पहले एक बार मुझसे बेइंतहा प्यार करना चाहती है और मुझे उसकी यह ख्वाहिश जरूर पूरी करनी है. मेरे दिल में भी उसके लिए बहुत प्यार और आदर हमेशा के लिये है तो मैंने भी उसे मना नहीं किया.
वैसे उसके जाने के बाद मेरी लाइफ में सेक्स के लिए एक बहुत प्यारी भाभी मिल चुकी थी जिसके बारे में मैं आपको अपनी अगली कहानी में बताऊंगा.
फिर अमृता और मैंने मिलने का प्लान बनाया. उसे शादी के लिए कुछ सामान लेना था जिसके बहाने वो दिल्ली मुझसे मिलने मेरे रूम पर भी आ गई बीच में समय निकाल कर!
मैंने उस दिन अपने कमरे को खासतौर सजाया हुआ था ताकि अमृता को शादी से पहले एक हसीं मधुर मिलन का यादगार तोहफा दे सकूँ. बिस्तर पर गुलाब पंखुड़ियाँ बिखेर रखी थी, कमरे में इत्र की सुंगध… जैसे ही अमृता कमरे में आई, पहले तो उसे कसकर गले लगाये रखा कुछ पल… फिर मैंने उसे गोद में उठा लिया और प्यार से बिस्तर पर बैठाया.
अमृता मुझे बेतहाशा चूमने लगी, वो एक पल भी व्यर्थ नहीं जाने देना चाहती थी. मैं भी उसकी भावनायें समझता था इसलिए मैं भी उस पर आज अपनी पूरी मोहब्बत बरसाने को तैयार था. कब हम दोनों के सारे कपड़े उतर गये, हमें पता ही नहीं चला.
अमृता के गुलाबी लबों को अपने लबों में लेकर जी भर के चूसा उन्हें मैंने… फिर उसे लिटा दिया और डेरी मिल्क सिल्क चोकलेट को अमृता के कोमल मुलायम स्वादिष्ट दुग्ध कलशों पर अच्छे से लगाई और फिर उसके बूब्स को चूमना और ज़बरदस्त चूसना शुरू किया.
ऐसे ही उसकी नाभि को चूमते हुए कुछ चॉकलेट मैंने अमृता की चिकनी चूत पर लगाई और उसकी चूत को दिल खोल कर चाटा. उसकी चूत का वो खट्टा रस चॉकलेट के स्वाद के साथ मिक्स होकर बहुत जायकेदार हो गया था.
फिर अमृता ने भी मेरे लंड के साथ वैसा ही किया.
उसके बाद अमृता ने मुझे नीचे लिटा दिया और खुद उपर बैठकर लंड अपनी चूत में लेकर मेरे लंड पर कूदने लगी. करीब 5 मिनट में ही वो थक गई और मैंने उसे नीचे लिटाया. अमृता के दोनों पैरों को मोड़कर ऊपर किया और उसकी अवस्था में अपना लंबा लंड मैंने अमृता की चूत में डालकर उसे असीम आनन्द दिया उम्म्ह… अहह… हय… याह… और खुद भी अपनी चरम अवस्था में पहुँच गया.
फिर कई पोजीशन में करीब 4-5 बार हमने सेक्स का आनन्द लिया और फिर आधे घंटे तक हम दोनों नंगे ही एक दूसरे के साथ यों ही चिपक कर लेटे रहे.
वो शाम अमृता के लिए शादी से पहले उसकी हसीन सुहागरात जैसी थी.
उसकी आँखों में आंसू थे क्यूंकि वो कभी खोना नहीं चाहती थी मुझे… पर मैंने भी उसे कभी न भूलने का वादा किया.
वो चली गई और कुछ दिन बाद उसकी शादी हो गई. अभी उसकी शादी को दो साल हो गये हैं पर हम दोनों में आज भी सच्ची दोस्ती है हमेशा के लिए!
दोस्तो, मेरे जीवन में इस छोटी उम्र में भी सेक्स की कई सच्ची घटनायें हुई हैं जिनका आगे की कहानियों में मैं आपको वर्णन करता रहूँगा. मेरा हमेशा से यही तरीका रहा है कि मैं जिससे भी सम्बन्ध बनाता हूँ, सच बोलकर बनाता हूँ. सेक्स प्यार और विश्वास की ही तो कहानी है दोस्तो!
आप सभी का एक बार फिर से शुक्रिया करता हूँ मेरी सच्ची कहानी को अपना समर्थन देने के लिए. आपकी प्रतिक्रियाओं और मेल का स्वागत है.
जैसे कि हम दोनों में तय था कि जब तक प्यार और साथ रहने का मौका होगा हम निभाएंगे और बाद में कोई किसी को बिन कुछ कहे अपनी जिंदगी में आगे बढ़ सकता है. इसलिए मैंने भी उसे प्यार से विदा किया.
उसकी शादी से एक महीने पहले उसने मुझे फोन किया और कहा कि वो अपनी शादी से पहले एक बार मुझसे बेइंतहा प्यार करना चाहती है और मुझे उसकी यह ख्वाहिश जरूर पूरी करनी है. मेरे दिल में भी उसके लिए बहुत प्यार और आदर हमेशा के लिये है तो मैंने भी उसे मना नहीं किया.
वैसे उसके जाने के बाद मेरी लाइफ में सेक्स के लिए एक बहुत प्यारी भाभी मिल चुकी थी जिसके बारे में मैं आपको अपनी अगली कहानी में बताऊंगा.
फिर अमृता और मैंने मिलने का प्लान बनाया. उसे शादी के लिए कुछ सामान लेना था जिसके बहाने वो दिल्ली मुझसे मिलने मेरे रूम पर भी आ गई बीच में समय निकाल कर!
मैंने उस दिन अपने कमरे को खासतौर सजाया हुआ था ताकि अमृता को शादी से पहले एक हसीं मधुर मिलन का यादगार तोहफा दे सकूँ. बिस्तर पर गुलाब पंखुड़ियाँ बिखेर रखी थी, कमरे में इत्र की सुंगध… जैसे ही अमृता कमरे में आई, पहले तो उसे कसकर गले लगाये रखा कुछ पल… फिर मैंने उसे गोद में उठा लिया और प्यार से बिस्तर पर बैठाया.
अमृता मुझे बेतहाशा चूमने लगी, वो एक पल भी व्यर्थ नहीं जाने देना चाहती थी. मैं भी उसकी भावनायें समझता था इसलिए मैं भी उस पर आज अपनी पूरी मोहब्बत बरसाने को तैयार था. कब हम दोनों के सारे कपड़े उतर गये, हमें पता ही नहीं चला.
अमृता के गुलाबी लबों को अपने लबों में लेकर जी भर के चूसा उन्हें मैंने… फिर उसे लिटा दिया और डेरी मिल्क सिल्क चोकलेट को अमृता के कोमल मुलायम स्वादिष्ट दुग्ध कलशों पर अच्छे से लगाई और फिर उसके बूब्स को चूमना और ज़बरदस्त चूसना शुरू किया.
ऐसे ही उसकी नाभि को चूमते हुए कुछ चॉकलेट मैंने अमृता की चिकनी चूत पर लगाई और उसकी चूत को दिल खोल कर चाटा. उसकी चूत का वो खट्टा रस चॉकलेट के स्वाद के साथ मिक्स होकर बहुत जायकेदार हो गया था.
फिर अमृता ने भी मेरे लंड के साथ वैसा ही किया.
उसके बाद अमृता ने मुझे नीचे लिटा दिया और खुद उपर बैठकर लंड अपनी चूत में लेकर मेरे लंड पर कूदने लगी. करीब 5 मिनट में ही वो थक गई और मैंने उसे नीचे लिटाया. अमृता के दोनों पैरों को मोड़कर ऊपर किया और उसकी अवस्था में अपना लंबा लंड मैंने अमृता की चूत में डालकर उसे असीम आनन्द दिया उम्म्ह… अहह… हय… याह… और खुद भी अपनी चरम अवस्था में पहुँच गया.
फिर कई पोजीशन में करीब 4-5 बार हमने सेक्स का आनन्द लिया और फिर आधे घंटे तक हम दोनों नंगे ही एक दूसरे के साथ यों ही चिपक कर लेटे रहे.
वो शाम अमृता के लिए शादी से पहले उसकी हसीन सुहागरात जैसी थी.
उसकी आँखों में आंसू थे क्यूंकि वो कभी खोना नहीं चाहती थी मुझे… पर मैंने भी उसे कभी न भूलने का वादा किया.
वो चली गई और कुछ दिन बाद उसकी शादी हो गई. अभी उसकी शादी को दो साल हो गये हैं पर हम दोनों में आज भी सच्ची दोस्ती है हमेशा के लिए!
दोस्तो, मेरे जीवन में इस छोटी उम्र में भी सेक्स की कई सच्ची घटनायें हुई हैं जिनका आगे की कहानियों में मैं आपको वर्णन करता रहूँगा. मेरा हमेशा से यही तरीका रहा है कि मैं जिससे भी सम्बन्ध बनाता हूँ, सच बोलकर बनाता हूँ. सेक्स प्यार और विश्वास की ही तो कहानी है दोस्तो!
आप सभी का एक बार फिर से शुक्रिया करता हूँ मेरी सच्ची कहानी को अपना समर्थन देने के लिए. आपकी प्रतिक्रियाओं और मेल का स्वागत है.
गाँव की देसी बहन की देसी चूत चुदाई
मैं अमित हूँ, यह मेरी लाइफ की रियल स्टोरी है. मैं पढ़ाई के लिए बाहर
रहता हूँ और मेरा पूरा परिवार गाँव में रहता है. मेरा परिवार एक जॉइंट
फॅमिली है इसलिए सभी लोग मेरे चाचा चाची सब साथ ही में रहते हैं.
मैं हर साल गर्मियों की छुट्टियों में घर जाता हूँ.
बात उन दिनों की है जब मैं पिछली बार गर्मी की छुट्टियों में घर गया था.
मेरे चाचा की एक लड़की है मोनिका, करीब 20 साल की होगी, बहुत ही सेक्सी लगने लगी है वो अब… उसका फिगर करीब 32-26-30 का होगा, उसके बूब्स बड़े बड़े हैं.
पहले मेरे मन में उसके बारे में एसा कोई विचार नहीं था लेकिन जब मैं इस बार घर गया तो अब वो बड़ी हो चुकी थी, बहुत ही सेक्सी लगने लगी थी. तो मैंने अपनी चचेरी बहन की चूत चुदाई करने की योजना बनाई.
लेकिन घर पर सब लोग रहते हैं इसलिए कोई काम नहीं बन रहा था. इसलिए मुझे रोज उसे देख कर ही मूठ मारनी पड़ रही थी.
आख़िरकार एक दिन वो मौका आ ही गया जिसका मुझे इंतजार था. उसके मामा के यहाँ शादी थी तो सभी लोगों को वहां जाना था लेकिन मैं और वो नहीं गये, और मेरी बड़ी बहन भी नहीं गई थी, हम तीनों घर पर अकेले थे.
हम सबने खाना खाया और सोने लगे. मेरी दीदी और वो साथ में लेटी थी, मैं भी बगल में ही दूसरे पलंग पर लेटा था. मैं और मोनिका आपस में बात करते रहे. काफ़ी रात हो चुकी थी, दीदी भी सो चुकी थी.
अब वो भी सोने लगी थी लेकिन मुझे कहाँ नींद आने वाली थी, मैं तो बस उसकी जवानी को देख कर लंड हिला रहा था.
फिर मैंने धीरे से उसके ऊपर हाथ रख दिया, वो शायद सो गई थी, मैंने धीरे से हाथ फिराना चालू किया. फिर मैंने उसके बूब्स को धीरे से दबाना चालू किया.
इसके बाद मैं नीचे की ओर बढ़ा और उसकी सलवार पर हाथ फिराने लगा.
यारो, क्या बताऊँ… क्या मज़ा आ रहा था उसकी चूत और गांड को सहलाने में!
इतने में वो जाग गई और कहने लगी- भैया ये क्या कर रहे हो आप?
मैंने उसे समझाया- कुछ नहीं, ये तो बस ज़िंदगी का असली मजा है, बहुत मजा आएगा.
पहले तो वो नहीं मानी फिर मेरे बार बार समझने के बाद वो मान गई.
यह हिंदी देसी सेक्स स्टोरी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!
मैं उसे लेकर दूसरे कमरे में गया, मैंने अंदर से दरवाजा बंद किया और उस पर टूट पड़ा. मैंने उसे बेड पर गिराया और उसके होंट चूसने लगा. कुछ देर बाद वो भी मेरा साथ देने लगी.
फिर मैंने उसके बड़े बड़े बूब्स दबाए और उसके कपड़े उतार दिए. अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी. उसने सफ़ेद ब्रा और नीली पेंटी पहनी थी… क्या बताऊँ क्या मस्त लग रही थी मेरी बहन बिकिनी में!
अब मैंने उसकी ब्रा पेंटी भी उतार दी और उसके दूध पीने लगा और उसको चूत भी चाटी. अब वो बहुत गर्म हो चुकी थी तो मैंने देर ना करते हुए उसकी टाँगें फैलाई और बीच में आकर अपना लंड उसकी चूत पर रखा और एक ज़ोरदार धक्के से आधा लंड उसकी सील तोड़ता हुआ अंदर चला गया.
‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ अब वो रोने लगी थी.
मैंने उसे समझाया- पहली बार में ऐसा होता है.
वो थोड़ी देर में नॉर्मल हुई, तब मैंने झटके देना चालू किया, अब तो वो भी मेरा साथ दे रही थी और गांड उठा उठा कर अपनी चूत चुदाई करवा रही थी.
कुछ देर में हम दोनों झड़ गये, मैं उसकी चूत में ही झड़ गया.
अगले दिन मैंने उसे दवाई लाकर दी, फिर मैंने तो कई बार मैंने अपनी बहन की चूत चुदाई की.
तो दोस्तो, कैसी लगी आपको मेरी कहानी? मुझे मेल करें…
amit.khare69@gmail.com
मैं हर साल गर्मियों की छुट्टियों में घर जाता हूँ.
बात उन दिनों की है जब मैं पिछली बार गर्मी की छुट्टियों में घर गया था.
मेरे चाचा की एक लड़की है मोनिका, करीब 20 साल की होगी, बहुत ही सेक्सी लगने लगी है वो अब… उसका फिगर करीब 32-26-30 का होगा, उसके बूब्स बड़े बड़े हैं.
पहले मेरे मन में उसके बारे में एसा कोई विचार नहीं था लेकिन जब मैं इस बार घर गया तो अब वो बड़ी हो चुकी थी, बहुत ही सेक्सी लगने लगी थी. तो मैंने अपनी चचेरी बहन की चूत चुदाई करने की योजना बनाई.
लेकिन घर पर सब लोग रहते हैं इसलिए कोई काम नहीं बन रहा था. इसलिए मुझे रोज उसे देख कर ही मूठ मारनी पड़ रही थी.
आख़िरकार एक दिन वो मौका आ ही गया जिसका मुझे इंतजार था. उसके मामा के यहाँ शादी थी तो सभी लोगों को वहां जाना था लेकिन मैं और वो नहीं गये, और मेरी बड़ी बहन भी नहीं गई थी, हम तीनों घर पर अकेले थे.
हम सबने खाना खाया और सोने लगे. मेरी दीदी और वो साथ में लेटी थी, मैं भी बगल में ही दूसरे पलंग पर लेटा था. मैं और मोनिका आपस में बात करते रहे. काफ़ी रात हो चुकी थी, दीदी भी सो चुकी थी.
अब वो भी सोने लगी थी लेकिन मुझे कहाँ नींद आने वाली थी, मैं तो बस उसकी जवानी को देख कर लंड हिला रहा था.
फिर मैंने धीरे से उसके ऊपर हाथ रख दिया, वो शायद सो गई थी, मैंने धीरे से हाथ फिराना चालू किया. फिर मैंने उसके बूब्स को धीरे से दबाना चालू किया.
इसके बाद मैं नीचे की ओर बढ़ा और उसकी सलवार पर हाथ फिराने लगा.
यारो, क्या बताऊँ… क्या मज़ा आ रहा था उसकी चूत और गांड को सहलाने में!
इतने में वो जाग गई और कहने लगी- भैया ये क्या कर रहे हो आप?
मैंने उसे समझाया- कुछ नहीं, ये तो बस ज़िंदगी का असली मजा है, बहुत मजा आएगा.
पहले तो वो नहीं मानी फिर मेरे बार बार समझने के बाद वो मान गई.
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मैं उसे लेकर दूसरे कमरे में गया, मैंने अंदर से दरवाजा बंद किया और उस पर टूट पड़ा. मैंने उसे बेड पर गिराया और उसके होंट चूसने लगा. कुछ देर बाद वो भी मेरा साथ देने लगी.
फिर मैंने उसके बड़े बड़े बूब्स दबाए और उसके कपड़े उतार दिए. अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी. उसने सफ़ेद ब्रा और नीली पेंटी पहनी थी… क्या बताऊँ क्या मस्त लग रही थी मेरी बहन बिकिनी में!
अब मैंने उसकी ब्रा पेंटी भी उतार दी और उसके दूध पीने लगा और उसको चूत भी चाटी. अब वो बहुत गर्म हो चुकी थी तो मैंने देर ना करते हुए उसकी टाँगें फैलाई और बीच में आकर अपना लंड उसकी चूत पर रखा और एक ज़ोरदार धक्के से आधा लंड उसकी सील तोड़ता हुआ अंदर चला गया.
‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ अब वो रोने लगी थी.
मैंने उसे समझाया- पहली बार में ऐसा होता है.
वो थोड़ी देर में नॉर्मल हुई, तब मैंने झटके देना चालू किया, अब तो वो भी मेरा साथ दे रही थी और गांड उठा उठा कर अपनी चूत चुदाई करवा रही थी.
कुछ देर में हम दोनों झड़ गये, मैं उसकी चूत में ही झड़ गया.
अगले दिन मैंने उसे दवाई लाकर दी, फिर मैंने तो कई बार मैंने अपनी बहन की चूत चुदाई की.
तो दोस्तो, कैसी लगी आपको मेरी कहानी? मुझे मेल करें…
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चचेरी बहन की कुंवारी बुर की चुदाई की कहानीv
मैं अर्चित अपनी चचेरी बहन की कुंवारी बुर की चुदाई की कहानी आप सबके साथ शेयर कर रहा हूँ।
बात 6 महीने पुरानी है.. मेरी एक कज़िन है, जिसका नाम सोनिया (नाम बदला हुआ) है। उसके मदमस्त जिस्म के बारे में क्या बताऊं.. इस समय उसकी नशीली जवानी क्या मस्ती से झूम रही थी.. उसका फिगर 34-26-34 का है.. एकदम मस्त तितली लगती है। जब भी मैं उसको देखता हूँ तो मेरा लंड खड़ा हो जाता है।
वैसे वो मेरी रियल कज़िन नहीं है लेकिन उसकी और मेरी फैमिली काफ़ी क्लोज़ हैं.. इसलिए दोनों का एक-दूसरे के घर आना-जाना लगा रहता है।
मैं जब भी उसके घर जाता.. तो बस उसको ही देखता रहता हूँ.. उसको क्या, मैं तो उसके तने हुए मम्मों को और उठी गांड को देखता रहता था। कभी-कभी हम दोनों बातें करते थे.. तो उस वक्त भी मेरा ध्यान बातों में कम और उसके उछलते मम्मों और रसीले होंठों पर ज़्यादा रहता था। मैं तो बस सपने देखता रहता था कि कब इसकी बुर की चुदाई के लिए मिलेगी और कब मैं अपने लंड की प्यास बुझाऊँगा।
लेकिन मौका नहीं मिल रहा था। मैं भी उसको अपने मन की ये सब लालसाएं बताने में डरता था।
वो मेरी कज़िन तो है ही इसलिए उसका फोन नम्बर तो मेरा पास था। उसके नम्बर पर मैं कभी-कभी मैसेज से बात भी होती रहती थी।
लेकिन उस एक रात ने मेरी ज़िंदगी बदल दी। बात ये हुई कि वैसे तो हम मैसेज एक-दूसरे को फ़ॉरवर्ड करते रहते थे लेकिन उस दिन न जाने क्या हो गया मुझे और उसे पता ही नहीं चला। हम मैसेज के जरिए बात कर रहे थे, यूं ही अपने फ्रेंडस और पढ़ाई वगैरह की बातें कर रहे थे.. तभी अचानक उसने मुझसे मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछ लिया कि क्या मेरी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं?
मैंने भी ‘हाँ’ कह दिया और उससे भी उसके ब्वॉयफ्रेंड के बारे में पूछा तो उसने भी कहा कि हाँ उसका भी एक ब्वॉयफ्रेंड है। इस तरह धीरे-धीरे हम आगे बातें शुरू की।
मैंने अचानक उससे पूछ लिया कि तुमने कभी अपने ब्वॉयफ्रेंड को किस किया है?
उसने कहा- अरे यार किस तो आजकल नॉर्मल सी बात है.. इतना तो चलता ही रहता है।
मैंने कहा- इट्स ओके।
फिर उसने भी पूछ लिया- क्यों आपने अपनी गर्लफ्रेंड को किस नहीं किया क्या?
मैंने भी कह दिया- मैंने भी बहुत बार किस किया है।
लेकिन उस नाइट और भी कुछ होगा.. ये मैंने नहीं सोचा था।
मैंने भी मौका देखा और लगे हाथ उससे पूछ लिया- यदि तुम बुरा नहीं मानो तो एक बात पूछूँ?
उसने कहा- हाँ पूछो।
मैंने पूछा- कभी सेक्स किया है तुमने?
उसका कोई मैसेज काफ़ी देर तक नहीं आया।
उसका रिप्लाई न आने से मैं डर गया कि कहीं बुरा ना मान जाए। मैंने उसे कई मैसेज किए और सॉरी भी कहा.. लेकिन उसका कोई रिप्लाई नहीं आया। मैं समझ गया कि ये मेरी बात का बुरा मान गई।
अब मेरी फटने लगी कि कहीं अपने घर में और मेरे घर में भी कुछ कह ना दे। मैंने भी डर के मारे काफ़ी मैसेज करने के बाद उसे मैसेज नहीं किए।
फिर अचानक एक घंटे बाद उसका मैसेज आया कि मुझे आपसे ऐसी उम्मीद नहीं थी कि आप मुझसे ऐसी बात करोगे।
मैंने जल्दी से उसे सॉरी कह दिया और कहा- मैंने तो बस ऐसे ही पूछा था प्लीज़ तुम माइंड मत करना।
फिर उसने कहा- क्यों पूछा ऐसा आपने.. सच बताना?
मैंने उससे कह दिया- यार माइंड मत करना पर साफ़ कह रहा हूँ कि आई वांट टू सेक्स विद यू..
अब उसने कहा- हाउ डिड यू से लाइक दिस..? हम ऐसा कैसे कर सकते हैं.. हम तो कज़िन हैं।
मैंने भी कह दिया- मुझे तुम अच्छी लगती हो और तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहता हूँ।
उसने कहा- मैं अपने ब्वॉयफ्रेंड को दुख नहीं दे सकती।
लेकिन मैंने भी कह दिया कि हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे.. तुम भी अपने ब्वॉयफ्रेंड को कुछ मत बताना।
फिर काफ़ी आना-कानी करने के बाद उसने खुद ही कहा- ठीक है हम सेक्स करेंगे लेकिन ज़्यादा नहीं थोड़ा सा करेंगे।
मैं आपको सब बताऊँगा कि वो कैसे मानी सेक्स के लिए थोड़ा आगे ओके।
मैंने उससे पूछा- थोड़ा सा कैसे..?
उसने कहा- हल्का सा करेंगे.. ज़्यादा डर्टी नहीं।
मैंने कहा- ओके ओके..
लेकिन मेरे मन में तो कुछ और ही था मैंने सोचा कि एक बार सेक्स करने तो मिले तो फिर तो मैं पूरा क्या.. माल निकालने तक का डर्टी सेक्स करूँगा।
अब वो मान गई थी लेकिन उसने पूछा- हम सेक्स कहाँ करेंगे?
तो मैंने कह दिया- जब तुम्हारे घर पर कोई नहीं होगा.. मुझे कह देना, मैं आ जाऊँगा या जब मेरे घर कोई नहीं होगा तब मैं तुम्हें बुला लूँगा।
इस तरह हम दोनों ही ऐसे मौके का वेट करने लगे। इस बीच हम दोनों की सेक्स को लेकर खूब चैट चलने लगी थी।
फिर वो दिन भी आ ही गया। मेरी कज़िन के घर वालों को किसी की शादी में 2 दिन के लिए एक नजदीक के गाँव जाना था। सोनिया ने जाने से मना कर दिया था.. तो वो सब चले गए.. लेकिन वे मेरी फैमिली को कह गए कि सोनिया यहीं रहेगी और उसका ध्यान रखना। साथ ही वे ये भी कहते गए कि सोनिया घर पर अकेली है.. मैं उसके साथ ही रहूँ और रात में वहीं उसके पास सो जाऊँ।
मेरे तो दिल में इतनी खुशी हो रही थी कि क्या बताऊँ यारो… मुझे तो जैसे जन्नत मिल गई थी।
दिन बीत चुका था.. तो मेरी मॉम ने मुझसे कहा- सोनिया के लिए खाना ले जा!
मैं जल्दी से तैयार हो गया और उसके घर पहुँच गया। मैंने देखा कि उसका गेट खुला था तो मैंने आवाज़ लगाई।
सोनिया ने ऊंची आवाज में कहा- मैं बाथरूम में नहा रही हूँ। तुम बैठो, मैं थोड़ी डर में बाहर आती हूँ।
मैं वहीं बैठ कर टीवी देखने लगा। कुछ देर बाद वो अचानक मेरे सामने आई उसने अपने गीले बाल खुले कर रखे थे।
क्या बताऊँ यारो, कितनी सेक्सी पटाखा लग रही थी। मेरा मन तो कर रहा था कि इसको अभी पकड़ लूँ और स्टार्ट हो जाऊँ। लेकिन मैंने थोड़ा कंट्रोल रखा।
मैं उसे भेड़ियों वाली भूखी नज़रों से देख रहा था तो उसने पूछ लिया- क्या देख रहे हो.. कभी लड़की नहीं देखी क्या?
मैंने मज़ाक में कहा- देखी तो बहुत हैं लेकिन तुम जैसी नहीं देखी।
वो एक क्यूट सी स्माइल देकर कपड़े चेंज करने चली गई।
फिर कुछ ही पलों बाद वो एक टॉप और ट्राउज़र में आई.. जिसमें उसका शरीर की हर हलचल साफ़ दिख रही थी.. मेरा लंड अकड़ने लगा था।
फिर उसने मेरा लाया हुआ खाना खाया और हम दोनों टीवी देखते हुए इधर-उधर की बातें करने लगे।
अचानक से उसने पूछ लिया- उस दिन आपको क्या हो गया था?
मैंने पूछा- कल क्या हुआ था?
तो कहने लगी- आप ऐसी बातें क्यों करने लगे थे?
तो मैंने मुस्कुरा कर देखते हुए कह दिया- मैं तुम्हें लाइक और लव करता हूँ और सेक्स करना चाहता हूँ।
उसने कहा- तुम्हारी तो गर्लफ्रेंड है? अगर उसे पता चल गया तो.. और तुम ऐसे उसे धोखा नहीं दे रहे हो?
तो मैंने भी कह दिया- ऐसे कोई धोखा नहीं होता और उस जब पता चलेगा तब की तब देखी जाएगी।
ये कहते हुए मैंने अचानक से उसका हाथ पकड़ा और उसे ‘आई लव यू..’ कह दिया।
उसने कुछ नहीं कहा तो मैं उसके पास को सरक गया और उसे एक किस कर दी, वो मुझे घूरने लगी। मैं फिर से उसके पास चूमने को हुआ, तो इस बार उसने मुझे रोक लिया। लेकिन मैं कहाँ रुकने वाला था। इस बार मैंने उसे जोर से हग किया और किस करने लगा।
अब वो भी मुझे टाइटली हग करने लगी और मेरे साथ किस में साथ देने लगी।
क्या रसीले होंठ थे यारों उसके..
इस तरह हमने एक लम्बी गहरी वाली चुम्मी की.. वो भी जीभ से जीभ से लड़ाने वाली किस की थी। अब हम दोनों एक-दूसरे की जीभ को चूसने लगे। इस तरह से हमने 20 मिनट तक किस किया और एकदम पागल से हो गए थे।
फिर मैं अपना एक हाथ उसके मम्मों पे ले गया और टॉप के ऊपर से ही दबाने लगा। वो गरम-गरम आहें भर रही थी। उसकी साँसें तेज़ हो गई थीं।
अब मैं टॉप के ऊपर से ही उसके मम्मों को दबाने लगा। बहुत ही सॉफ्ट और बड़े चुचे थे। इस तरह अब मेरे दोनों हाथ उसके दोनों मम्मों को दबा रहे थे।
वो पागल सी हो रही थी और तेज़-तेज़ साँसें ले रही थी। हम एक-दूसरे को हम किस करते जा रहे थे। फिर मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी और उसके मम्मों को ब्रा में ही देखने लगा।
क्या मस्त मम्मे थे.. एकदम गोल और भरे हुए.. मुझे रहा नहीं गया और अब मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी। मैंने देखा कि ब्रा में उसके मम्मे जितनी साइज़ के दिख रहे थे.. ब्रा हटते ही मम्मों का आकार और बड़ा हो गया था और अब उसके चूचे और भी बड़े दिखने लगे थे।
अब उसके चूचे बहुत ही मस्त दिख रहे थे.. जैसे एकदम रसीले आम हों।
मैं तो मम्मों को पीने और गंदे तरीके से मसलने लगा। उसको डर हो रहा था.. वो कह रही थी- डार्लिंग आराम से करो.. दर्द हो रहा है।
हालांकि उसको मजा भी आ रहा था।
अब मैं पागलों की तरह उसके चूचों को दबाए जा रहा था और उसे भी सेक्स चढ़ चुका था। वो अपना एक हाथ मेरे लंड पे ले गई और पैंट के ऊपर से ही लंड को दबाने लगी।
मैंने कहा- जानेमन, अगर मेरे लंड से खेलना है.. तो ऊपर से क्यों मजा कर रही हो.. और पैंट उतार के खेल लो।
उसने पैंट उतार दी।
मेरा इतना बड़ा लंड देख कर हैरान रह गई और डर कर कहने लगी- इतना मोटा और लम्बा लंड तो मेरे ब्वॉयफ्रेंड का भी नहीं है.. इससे तो मुझे तो काफ़ी दर्द होगा।
मैंने कहा- डरो मत डियर.. मैं हूँ ना।
इस तरह वो मेरे लंड को पकड़ कर चूसने लगी।
क्या बताऊँ यार.. क्या मस्त लंड चाट रही थी साली.. उसने तो मेरे लंड को अपने मुँह में एकदम ब्लूफिल्म की सन्नी लियोनी जैसे ले रखा था और वैसे ही पागलों की तरह लंड को चूस रही थी। मैं भी एकदम पागल हो गया था और मुझे तो सेक्स चढ़ा जा रहा था।
वो मेरे लंड को कई मिनट तक चाटती और खेलती रही।
अब मैंने उसके ट्राउज़र और पैंटी को उतार दिया, उसकी बुर पर एक भी बाल नहीं था.. शायद उसने नहाने से पहले ही बुर की झांटों को शेव करके साफ़ किया था।
मैं उसकी बुर को चाटने लगा और फिंगरिंग करने लगा। वो बहुत ‘आहह उम्म्ह… अहह… हय… याह…. आहा..’ कर रही थी और जोर से आवाज़ निकाल रही थी। पूरे कमरे में उसकी कामुक आवाजों का शोर हो रहा था। इस शोर से मुझे तो और जोश आ गया।
अब मैंने अपने लंड को हाथ से पकड़ कर उसकी बुर के मुंहाने पर घिसते हुए डालने लगा।
वो कहने लगी- प्लीज़ आराम से डालना.. आपका बहुत मोटा और लंबा लंड है.. कहीं मेरी जान ना निकल जाए।
मैंने कहा- कोई बात नहीं मेरी जान.. कुछ देर का ही दर्द होगा.. बाद में तो तुम जन्नत की सैर करोगी।
ये कहते हुए मैंने अपना लंड उसकी बुर में लगा दिया और धीरे-धीरे डालने लगा। वो सहमी सी होकर लंड का मजा लेने लगी.. तभी मैंने एक तेज झटके में उसकी बुर में अपना लंड पूरा पेल दिया। उसकी तो चीख ऐसी निकली कि क्या बताऊँ.. मैं तो डर ही गया कि कहीं पड़ोसी ना सुन लें।
फिर मैंने अपने होंठों को उसके होंठों पर रख दिया और किस करते हुए और जोर जोर से झटके देने लगा। मैंने देखा कि उसकी आँखों में आंसू थे.. दर्द से वो रो रही थी.. लेकिन मैं कहाँ रुकने वाला था। मैंने अपनी स्पीड बढ़ाई और अपने काम में पूरी मस्ती से लग गया।
कुछ पलों के बाद वो भी बुर की चुदाई का मजा लेने लगी।
मैंने उसे कई तरह से चोदा.. कई पोज बना कर अपनी चचेरी बहन की बुर चुदाई की।
वो कह रही थी कि हम दोनों को तो हल्का सा सेक्स करना था।
फिर मैंने कहा- डार्लिंग ये मेरा हल्का सा ही सेक्स है।
वो हंसने लगी और गांड उठा कर मेरा साथ देने लगी। हम दोनों सेक्स का मज़ा लेने लगे।
मैंने उसे काफ़ी देर तक चोदा और अगले दिन में भी उसे कई बार चोदा।
दूसरे दिन मैं अपने घर वालों से पूछ कर उसी के घर पर रुक गया और पूरी रात मैंने उसे कई तरीकों से चोदा।
सोनिया मेरी चुदाई की फैन हो गई और अपने ब्वॉयफ्रेंड को भूल कर मुझसे ही चुदती है।
दोस्तो, यह थी मेरी चचेरी बहन की कुंवारी बुर की चुदाई की कहानी. प्लीज़ मुझे बताना कि कैसी लगी। प्लीज़ मेल ज़रूर करना।
बात 6 महीने पुरानी है.. मेरी एक कज़िन है, जिसका नाम सोनिया (नाम बदला हुआ) है। उसके मदमस्त जिस्म के बारे में क्या बताऊं.. इस समय उसकी नशीली जवानी क्या मस्ती से झूम रही थी.. उसका फिगर 34-26-34 का है.. एकदम मस्त तितली लगती है। जब भी मैं उसको देखता हूँ तो मेरा लंड खड़ा हो जाता है।
वैसे वो मेरी रियल कज़िन नहीं है लेकिन उसकी और मेरी फैमिली काफ़ी क्लोज़ हैं.. इसलिए दोनों का एक-दूसरे के घर आना-जाना लगा रहता है।
मैं जब भी उसके घर जाता.. तो बस उसको ही देखता रहता हूँ.. उसको क्या, मैं तो उसके तने हुए मम्मों को और उठी गांड को देखता रहता था। कभी-कभी हम दोनों बातें करते थे.. तो उस वक्त भी मेरा ध्यान बातों में कम और उसके उछलते मम्मों और रसीले होंठों पर ज़्यादा रहता था। मैं तो बस सपने देखता रहता था कि कब इसकी बुर की चुदाई के लिए मिलेगी और कब मैं अपने लंड की प्यास बुझाऊँगा।
लेकिन मौका नहीं मिल रहा था। मैं भी उसको अपने मन की ये सब लालसाएं बताने में डरता था।
वो मेरी कज़िन तो है ही इसलिए उसका फोन नम्बर तो मेरा पास था। उसके नम्बर पर मैं कभी-कभी मैसेज से बात भी होती रहती थी।
लेकिन उस एक रात ने मेरी ज़िंदगी बदल दी। बात ये हुई कि वैसे तो हम मैसेज एक-दूसरे को फ़ॉरवर्ड करते रहते थे लेकिन उस दिन न जाने क्या हो गया मुझे और उसे पता ही नहीं चला। हम मैसेज के जरिए बात कर रहे थे, यूं ही अपने फ्रेंडस और पढ़ाई वगैरह की बातें कर रहे थे.. तभी अचानक उसने मुझसे मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछ लिया कि क्या मेरी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं?
मैंने भी ‘हाँ’ कह दिया और उससे भी उसके ब्वॉयफ्रेंड के बारे में पूछा तो उसने भी कहा कि हाँ उसका भी एक ब्वॉयफ्रेंड है। इस तरह धीरे-धीरे हम आगे बातें शुरू की।
मैंने अचानक उससे पूछ लिया कि तुमने कभी अपने ब्वॉयफ्रेंड को किस किया है?
उसने कहा- अरे यार किस तो आजकल नॉर्मल सी बात है.. इतना तो चलता ही रहता है।
मैंने कहा- इट्स ओके।
फिर उसने भी पूछ लिया- क्यों आपने अपनी गर्लफ्रेंड को किस नहीं किया क्या?
मैंने भी कह दिया- मैंने भी बहुत बार किस किया है।
लेकिन उस नाइट और भी कुछ होगा.. ये मैंने नहीं सोचा था।
मैंने भी मौका देखा और लगे हाथ उससे पूछ लिया- यदि तुम बुरा नहीं मानो तो एक बात पूछूँ?
उसने कहा- हाँ पूछो।
मैंने पूछा- कभी सेक्स किया है तुमने?
उसका कोई मैसेज काफ़ी देर तक नहीं आया।
उसका रिप्लाई न आने से मैं डर गया कि कहीं बुरा ना मान जाए। मैंने उसे कई मैसेज किए और सॉरी भी कहा.. लेकिन उसका कोई रिप्लाई नहीं आया। मैं समझ गया कि ये मेरी बात का बुरा मान गई।
अब मेरी फटने लगी कि कहीं अपने घर में और मेरे घर में भी कुछ कह ना दे। मैंने भी डर के मारे काफ़ी मैसेज करने के बाद उसे मैसेज नहीं किए।
फिर अचानक एक घंटे बाद उसका मैसेज आया कि मुझे आपसे ऐसी उम्मीद नहीं थी कि आप मुझसे ऐसी बात करोगे।
मैंने जल्दी से उसे सॉरी कह दिया और कहा- मैंने तो बस ऐसे ही पूछा था प्लीज़ तुम माइंड मत करना।
फिर उसने कहा- क्यों पूछा ऐसा आपने.. सच बताना?
मैंने उससे कह दिया- यार माइंड मत करना पर साफ़ कह रहा हूँ कि आई वांट टू सेक्स विद यू..
अब उसने कहा- हाउ डिड यू से लाइक दिस..? हम ऐसा कैसे कर सकते हैं.. हम तो कज़िन हैं।
मैंने भी कह दिया- मुझे तुम अच्छी लगती हो और तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहता हूँ।
उसने कहा- मैं अपने ब्वॉयफ्रेंड को दुख नहीं दे सकती।
लेकिन मैंने भी कह दिया कि हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे.. तुम भी अपने ब्वॉयफ्रेंड को कुछ मत बताना।
फिर काफ़ी आना-कानी करने के बाद उसने खुद ही कहा- ठीक है हम सेक्स करेंगे लेकिन ज़्यादा नहीं थोड़ा सा करेंगे।
मैं आपको सब बताऊँगा कि वो कैसे मानी सेक्स के लिए थोड़ा आगे ओके।
मैंने उससे पूछा- थोड़ा सा कैसे..?
उसने कहा- हल्का सा करेंगे.. ज़्यादा डर्टी नहीं।
मैंने कहा- ओके ओके..
लेकिन मेरे मन में तो कुछ और ही था मैंने सोचा कि एक बार सेक्स करने तो मिले तो फिर तो मैं पूरा क्या.. माल निकालने तक का डर्टी सेक्स करूँगा।
अब वो मान गई थी लेकिन उसने पूछा- हम सेक्स कहाँ करेंगे?
तो मैंने कह दिया- जब तुम्हारे घर पर कोई नहीं होगा.. मुझे कह देना, मैं आ जाऊँगा या जब मेरे घर कोई नहीं होगा तब मैं तुम्हें बुला लूँगा।
इस तरह हम दोनों ही ऐसे मौके का वेट करने लगे। इस बीच हम दोनों की सेक्स को लेकर खूब चैट चलने लगी थी।
फिर वो दिन भी आ ही गया। मेरी कज़िन के घर वालों को किसी की शादी में 2 दिन के लिए एक नजदीक के गाँव जाना था। सोनिया ने जाने से मना कर दिया था.. तो वो सब चले गए.. लेकिन वे मेरी फैमिली को कह गए कि सोनिया यहीं रहेगी और उसका ध्यान रखना। साथ ही वे ये भी कहते गए कि सोनिया घर पर अकेली है.. मैं उसके साथ ही रहूँ और रात में वहीं उसके पास सो जाऊँ।
मेरे तो दिल में इतनी खुशी हो रही थी कि क्या बताऊँ यारो… मुझे तो जैसे जन्नत मिल गई थी।
दिन बीत चुका था.. तो मेरी मॉम ने मुझसे कहा- सोनिया के लिए खाना ले जा!
मैं जल्दी से तैयार हो गया और उसके घर पहुँच गया। मैंने देखा कि उसका गेट खुला था तो मैंने आवाज़ लगाई।
सोनिया ने ऊंची आवाज में कहा- मैं बाथरूम में नहा रही हूँ। तुम बैठो, मैं थोड़ी डर में बाहर आती हूँ।
मैं वहीं बैठ कर टीवी देखने लगा। कुछ देर बाद वो अचानक मेरे सामने आई उसने अपने गीले बाल खुले कर रखे थे।
क्या बताऊँ यारो, कितनी सेक्सी पटाखा लग रही थी। मेरा मन तो कर रहा था कि इसको अभी पकड़ लूँ और स्टार्ट हो जाऊँ। लेकिन मैंने थोड़ा कंट्रोल रखा।
मैं उसे भेड़ियों वाली भूखी नज़रों से देख रहा था तो उसने पूछ लिया- क्या देख रहे हो.. कभी लड़की नहीं देखी क्या?
मैंने मज़ाक में कहा- देखी तो बहुत हैं लेकिन तुम जैसी नहीं देखी।
वो एक क्यूट सी स्माइल देकर कपड़े चेंज करने चली गई।
फिर कुछ ही पलों बाद वो एक टॉप और ट्राउज़र में आई.. जिसमें उसका शरीर की हर हलचल साफ़ दिख रही थी.. मेरा लंड अकड़ने लगा था।
फिर उसने मेरा लाया हुआ खाना खाया और हम दोनों टीवी देखते हुए इधर-उधर की बातें करने लगे।
अचानक से उसने पूछ लिया- उस दिन आपको क्या हो गया था?
मैंने पूछा- कल क्या हुआ था?
तो कहने लगी- आप ऐसी बातें क्यों करने लगे थे?
तो मैंने मुस्कुरा कर देखते हुए कह दिया- मैं तुम्हें लाइक और लव करता हूँ और सेक्स करना चाहता हूँ।
उसने कहा- तुम्हारी तो गर्लफ्रेंड है? अगर उसे पता चल गया तो.. और तुम ऐसे उसे धोखा नहीं दे रहे हो?
तो मैंने भी कह दिया- ऐसे कोई धोखा नहीं होता और उस जब पता चलेगा तब की तब देखी जाएगी।
ये कहते हुए मैंने अचानक से उसका हाथ पकड़ा और उसे ‘आई लव यू..’ कह दिया।
उसने कुछ नहीं कहा तो मैं उसके पास को सरक गया और उसे एक किस कर दी, वो मुझे घूरने लगी। मैं फिर से उसके पास चूमने को हुआ, तो इस बार उसने मुझे रोक लिया। लेकिन मैं कहाँ रुकने वाला था। इस बार मैंने उसे जोर से हग किया और किस करने लगा।
अब वो भी मुझे टाइटली हग करने लगी और मेरे साथ किस में साथ देने लगी।
क्या रसीले होंठ थे यारों उसके..
इस तरह हमने एक लम्बी गहरी वाली चुम्मी की.. वो भी जीभ से जीभ से लड़ाने वाली किस की थी। अब हम दोनों एक-दूसरे की जीभ को चूसने लगे। इस तरह से हमने 20 मिनट तक किस किया और एकदम पागल से हो गए थे।
फिर मैं अपना एक हाथ उसके मम्मों पे ले गया और टॉप के ऊपर से ही दबाने लगा। वो गरम-गरम आहें भर रही थी। उसकी साँसें तेज़ हो गई थीं।
अब मैं टॉप के ऊपर से ही उसके मम्मों को दबाने लगा। बहुत ही सॉफ्ट और बड़े चुचे थे। इस तरह अब मेरे दोनों हाथ उसके दोनों मम्मों को दबा रहे थे।
वो पागल सी हो रही थी और तेज़-तेज़ साँसें ले रही थी। हम एक-दूसरे को हम किस करते जा रहे थे। फिर मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी और उसके मम्मों को ब्रा में ही देखने लगा।
क्या मस्त मम्मे थे.. एकदम गोल और भरे हुए.. मुझे रहा नहीं गया और अब मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी। मैंने देखा कि ब्रा में उसके मम्मे जितनी साइज़ के दिख रहे थे.. ब्रा हटते ही मम्मों का आकार और बड़ा हो गया था और अब उसके चूचे और भी बड़े दिखने लगे थे।
अब उसके चूचे बहुत ही मस्त दिख रहे थे.. जैसे एकदम रसीले आम हों।
मैं तो मम्मों को पीने और गंदे तरीके से मसलने लगा। उसको डर हो रहा था.. वो कह रही थी- डार्लिंग आराम से करो.. दर्द हो रहा है।
हालांकि उसको मजा भी आ रहा था।
अब मैं पागलों की तरह उसके चूचों को दबाए जा रहा था और उसे भी सेक्स चढ़ चुका था। वो अपना एक हाथ मेरे लंड पे ले गई और पैंट के ऊपर से ही लंड को दबाने लगी।
मैंने कहा- जानेमन, अगर मेरे लंड से खेलना है.. तो ऊपर से क्यों मजा कर रही हो.. और पैंट उतार के खेल लो।
उसने पैंट उतार दी।
मेरा इतना बड़ा लंड देख कर हैरान रह गई और डर कर कहने लगी- इतना मोटा और लम्बा लंड तो मेरे ब्वॉयफ्रेंड का भी नहीं है.. इससे तो मुझे तो काफ़ी दर्द होगा।
मैंने कहा- डरो मत डियर.. मैं हूँ ना।
इस तरह वो मेरे लंड को पकड़ कर चूसने लगी।
क्या बताऊँ यार.. क्या मस्त लंड चाट रही थी साली.. उसने तो मेरे लंड को अपने मुँह में एकदम ब्लूफिल्म की सन्नी लियोनी जैसे ले रखा था और वैसे ही पागलों की तरह लंड को चूस रही थी। मैं भी एकदम पागल हो गया था और मुझे तो सेक्स चढ़ा जा रहा था।
वो मेरे लंड को कई मिनट तक चाटती और खेलती रही।
अब मैंने उसके ट्राउज़र और पैंटी को उतार दिया, उसकी बुर पर एक भी बाल नहीं था.. शायद उसने नहाने से पहले ही बुर की झांटों को शेव करके साफ़ किया था।
मैं उसकी बुर को चाटने लगा और फिंगरिंग करने लगा। वो बहुत ‘आहह उम्म्ह… अहह… हय… याह…. आहा..’ कर रही थी और जोर से आवाज़ निकाल रही थी। पूरे कमरे में उसकी कामुक आवाजों का शोर हो रहा था। इस शोर से मुझे तो और जोश आ गया।
अब मैंने अपने लंड को हाथ से पकड़ कर उसकी बुर के मुंहाने पर घिसते हुए डालने लगा।
वो कहने लगी- प्लीज़ आराम से डालना.. आपका बहुत मोटा और लंबा लंड है.. कहीं मेरी जान ना निकल जाए।
मैंने कहा- कोई बात नहीं मेरी जान.. कुछ देर का ही दर्द होगा.. बाद में तो तुम जन्नत की सैर करोगी।
ये कहते हुए मैंने अपना लंड उसकी बुर में लगा दिया और धीरे-धीरे डालने लगा। वो सहमी सी होकर लंड का मजा लेने लगी.. तभी मैंने एक तेज झटके में उसकी बुर में अपना लंड पूरा पेल दिया। उसकी तो चीख ऐसी निकली कि क्या बताऊँ.. मैं तो डर ही गया कि कहीं पड़ोसी ना सुन लें।
फिर मैंने अपने होंठों को उसके होंठों पर रख दिया और किस करते हुए और जोर जोर से झटके देने लगा। मैंने देखा कि उसकी आँखों में आंसू थे.. दर्द से वो रो रही थी.. लेकिन मैं कहाँ रुकने वाला था। मैंने अपनी स्पीड बढ़ाई और अपने काम में पूरी मस्ती से लग गया।
कुछ पलों के बाद वो भी बुर की चुदाई का मजा लेने लगी।
मैंने उसे कई तरह से चोदा.. कई पोज बना कर अपनी चचेरी बहन की बुर चुदाई की।
वो कह रही थी कि हम दोनों को तो हल्का सा सेक्स करना था।
फिर मैंने कहा- डार्लिंग ये मेरा हल्का सा ही सेक्स है।
वो हंसने लगी और गांड उठा कर मेरा साथ देने लगी। हम दोनों सेक्स का मज़ा लेने लगे।
मैंने उसे काफ़ी देर तक चोदा और अगले दिन में भी उसे कई बार चोदा।
दूसरे दिन मैं अपने घर वालों से पूछ कर उसी के घर पर रुक गया और पूरी रात मैंने उसे कई तरीकों से चोदा।
सोनिया मेरी चुदाई की फैन हो गई और अपने ब्वॉयफ्रेंड को भूल कर मुझसे ही चुदती है।
दोस्तो, यह थी मेरी चचेरी बहन की कुंवारी बुर की चुदाई की कहानी. प्लीज़ मुझे बताना कि कैसी लगी। प्लीज़ मेल ज़रूर करना।
गुरुवार, 16 नवंबर 2017
दुखी टीचर को माँ बनाया
दोस्तों मेरा नाम संदीप हे और मैं एक गिगोलो हूँ. मैं लोगो को चुदाई का मज़ा दे के पैसे कमाता हूँ. एक दिन मुझे एक मेल आई. वो किसी प्रदीप नाम के बन्दे की थी. उसने मुझे लिखा था की उसे मेरी हेल्प चाहिए थी. मैंने अपना नम्बर दिया तो उसने मुझे कॉल किया. और उसने अपनी प्रॉब्लम मुझे बताई. प्रदीप गवर्नमेंट जॉब करता था. और उसकी वाइफ भी गवर्नमेंट टीचर थी. वो दोनों की शादी को पांच साल हो गए थे लेकिन अभी तक बच्चा नहीं हुआ था.
उनको एक बेबी चाहिए था. डॉक्टर के पास टेस्ट करवाए तो पता चला की प्रदीप के अन्दर ही कुछ फोल्ट थी और वो कभी भी बच्चा नहीं पैदा कर सकता था. प्रदीप ने मुझे कहा की तूम मेरी हेल्प करो और मुझे एक बच्चा पैदा करने में हेल्प करो. मैंने कहा, आप घबराओ मत मैं आप की हेल्प कर दूंगा.
प्रदीप ने मुझे अपना एड्रेस दिया और 10 दिन के बाद घर आने को बोला.
10 दिन के बाद मैं उनके घर पहुँच गया. वो लोग चंडीगढ़ में रहते हे. मैं शाम को 5 बजे उनके घर पहुँच गया. मैंने डोरबेल बजाई. डोर उसकी वाइफ ने ही खोली. मैं उसको देखते ही दंग रह गया. वो बहोत ही खुबसूरत थी. उसका फिगर 34 28 36 था. मैं उन्हें देखता ही रह गया. उन्होंने मुझे इशारे से अन्दर आने के लिए कहा.. मैंने अन्दर जा के देखा तो घर बहुत बड़ा था.
थोड़ी देर बाद में उनका पति भी आ गया. जब तक वो भी पानी लाकर आ गई. हम तीनो सोडे पर बैठ गए. उसके पति ने अपनी पत्नी से मेरा इंट्रो करवाया. भाभी का नाम नीलम था. शाम के करीब 9 बजे हमने खाना खा लिया.
उसके बाद प्रदीप मुझे ले के अपने बेद्रूम्म में गया. पीछे पीछे नीलम भाभी भी आ गई. प्रदीप नीलम भाभी को वहीँ पर मेरे पास छोड़ के दुसरे कमरे में सोने के लिए चला गया. नीलम ने दरवाजा बंद कर दिया और वो शरमाते हुए वही पर खड़ी हो गई. मैं उसके पास गया और उसे अपनी बाहों में भर लिया. मेरे को पता था की जो भी करना हे वो मुझे ही करना हे. वो थोडा शर्मा रही थी. मैंने उसके पास जा के उसे किस करना चालू कर दिया. अब वो भी थोड़ी थोड़ी खुलने लगी थी. मैंने उसको गोदी में उठाया और उसे बेड के पास ले गया. वो थोड़ी नार्मल हो गई थी. मैंने उसके गले के ऊपर किस कर लिया. और किस करते करते ही मैं उसके बूब्स को भी दबाने लगा. नीलम भाभी को भी बड़ा मज़ा आ रहा था मेरी इन हरकतों से.
उसने उस वक्त नाइटी पहनी हुई थी. मैंने धीरे धीरे उसकी नाइटी उतार दी. अब वो सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी. मैं उसके शोल्डर पर किस करने लगा. और फिर मैं निचे की तरफ बढ़ने लगा. और अब मैंने उसकी कमर के ऊपर किस कर दी. मैंने धीरे से ब्रा को खोल दी. मैंने भी अपने कपडे खोल दिए और मैं अब सिर्फ अंडरवेर में था. मैं उसके बूब्स को मसलता गया और वो सिसकियों पर सिसकियाँ लेती गई. फिर मैंने उसके पेट के ऊपर भी किस कर ली. उसकी नाभि के ऊपर किस किया और फिरधीरे से मैंने उसकी पेंटी उतार दी. नीलम ने अब मेरे अंडरवेर उतार दी. अब हम दोनों पूरी तरह नंगे हो गए थे. उसने मेरा लंड देखते हुए स्माइल दी और बोली, आप का तो बहुत बड़ा हे. मैंने अपना लंड उसके हाथ में पकड़ा दिया. वो भी प्यार से हाथ फिराने लगी. मेरा लंड पूरी मस्ती में था. उसने धीरे से लंड के सुपाडे के ऊपर किस कर दिया. उसके बाद हम दोनों 69 पोज़िसन में आ गए. वो मेरे लंड को लोलीपोप की तरह चूस रही थी. मैं भी उसकी क्लीन शेव्ड चूत को चाट चाट के पूरा मज़ा ले रहा था.
वो थोड़ी देर में ही झड़ गई. उसने मुझे बताया की उसका पति कभी उसकी चूत को चाटता नहीं हे. फिर मैंने उसके बूब्स को वापस अपने मुहं में भर लिया और चूसने लगा. वो थोड़ी देर में वापस से हॉट हो गई. मैंने एक ऊँगली नीलम भाभी की चूत के दाने पर रख दी. और मैं ऊँगली को एकदम प्यार से उसके चूत के दाने पर घिसने लगा. वो पूरी तरह से हॉट हो गई थी. वो बोली, अब मुझे जल्दी से चोदो इतना भी मत तडपाओ.
मैंने भी उसकी हालत को देखा तो सोचा की अब लंड डालने लायक हो गई हे वो. मैंने उसकी दोनों टांगो को खोला और लंड को उसकी चूत पर रख दिया. एक जोर का झटका दे के मैंने आधा लंड उसके अन्दर डाला. उसके मुहं से चीख निकल गई. मैंने उसके होंठो के साथ अपने होंठो को लगा दिया और किस करने लगा. वो थोड़ी नार्मल हुई और फिर मैंने एक बार फिर से झटका मारा. अब मेरा लंड पूरा उसकी चूत में था.
अब उसको भी पूरा मजा आने लगा था. वो भी मेरे झटको का जवाब अपने चूतड को उठा उठा के देने लगी थी. इसी तरह से पुरे 40-45 मिनिट तक नीलम भाभी को चोदता गया.
अब तक वो तिन बार झड़ गई थी. अब वो आह आह करने लगी थी. और मैं उसे किस करते हुए जोर जोर से चोदता गया. और फिर मैंने नीलम भाभी को कुतिया बना दिया और पीछे से उसे डौगी स्टाइल में चोदना चालू कर दिया. मैंने पीछे से उसकी गांड को पकड़ के उसकी चूत को चोदने लगा.
वो भी मेरे झटको के जवाब में अपने बदन को हिला रही थी. और फिर कुछ ही देर में मेरे लंड से एकदम गाढ़ा वीर्य निकल के उसकी चूत में टपक गया. मैंने कुछ देर तक अपने लंड को ऐसे अन्दर ही रहने दिया ताकि प्रेग्नन्सी के चांसिस बढ़ जाए. नीलम भाभी भी अपनी गांड एकदम स्टॉप कर के रुकी हुई थी. मैंने लंड निकाला ही नहीं. वो अपनेआप ही सिकुड़ के चूत से बहार आ गया.
हमने कपडे पहन लिए. फिर प्रदीप के पास चली गई नीलम भाभी. प्रदीप ने आके मुझे थेंक्स कहा और मुझे पैसे देने लगा. मैंने कहा पैसे तब देना जब खुशखबरी सुनाओ. वो मुझे गले लगा के रो पड़ा. दुसरे दिन सूबह मैं उनके घर से निकल भी गया.
अगले महीने प्रदीप का कॉल आया मुझे और उसने कहा नीलम ने अपनी प्रेग्नंसी चेक की और पोजिटिव रिजल्ट आया हे. वो ये कहते हुए बड़ा खुश लग रहा था!
शनिवार, 11 नवंबर 2017
माँ अपनी चूत दिखा कर मुझे चोदने के लिए बोली
हेल्लो दोस्तों मेरा नाम अनिल है और बरेली का रहने वाला हूँ।
मेरी उम्र 18.. साल जब मैं 10 साल का था तभी मेरे पापा की मौत हो गई और मैं
और मेरी माँ किसी तरह से अपना गुज़ारा कर रहे थे। मैं पढने के लिए चला जाता
था और फिर माँ पैसे कमाने के लिए दुसरो के घर में पोछा और बर्तन मांजती
थी। हम लोग बहुत बुरी हालत से गुजर रहे थे। एक दिन मेरी माँ एक जगह बर्तन
माजने गई और वहां के माकन मालिक ने हमारी मज़बूरी समझ कर माँ को कुछ पैसे
ज्यादा दिए और उनसे कहा – तुम इतना काम क्यों करती हो। कुछ अपनी सेहत पर भी
ध्यान दिया करो।
जब मेरे पापा मी मौत हुई तो मेरी माँ केवल 28 साल की थी। मेरी माँ देखने में तो बहुत ही सुन्दर थी लेकिन गरीबी की वजह से वो देखने में ज्यादा अच्छी नही लग रही थी। धीरे धीरे समय बिता और मैंने एक जॉब कर लिया और फिर मेरी माँ को काम से आराम मिल गया। वो केवल घर का काम करती और घर पर ही रहती थी। जब मेरे पापा की मौत हो गई उसके बाद मेरी माँ को लंड के दर्शन नही हुए। मेरी माँ को बहुत साल हो गये थे चुदे हुए और उनकी चूत धीरे धीरे चुदाई न होने की वजह से बिलकुल चिपक गई थी।
एक बार मैं घर जल्दी आ गया और माँ घर पर अकेली ही रहती थी, दरवाज़ा खुला था मैं सीधे अंदर आ गया। मम्मी कही दिख नही रही थी तो मैं उनके कमरे की तरफ बड़ा तो मैंने देखा मम्मी अपने कमरे में अपने कपड़ो को निकाल कर अपनी चूची को दबाते हुए अपने उंगली को अपनी चूत में डाल रही थी। जब मैंने उनको देखा तो मैं समझ गया कि माँ इतने दिनों से किसी से चुदी नही है और अब इनके चूत की गर्मी इनको चुदने के लिए मजबूर कर रहा है। उस दिन मैं वहां से चुपचाप चला आया।
दोस्तों जब मैंने जॉब करना शुरू किया तो वहां पर एक लड़की थी जो मेरे बगल में काम करती थी उसका नाम नीतू था मैं उसको पसंद करने लगा था और वो भी मुझे देखा करती थी। धीरे धीरे मैंने उससे बात करना शुरू कर दिया। जब मैं उससे बात करता था तो मैं केवल उसकी चुदाई के बारे में ही सोचता था। और उससे बात किया करता था। उसकी चूची काफी गजब की दिखती थी टॉप के ऊपर से और वो बहुत ही सुंदर और सेक्सी थी उसको देखने के बाद मेरा लंड खड़ा हो जाता था।
धीरे धीरे समय बिता मैंने एक दिन नीतू को प्रपोस कर दिया और मैंने उससे कहा – “जब से मैंने तुम्हे देखा है मैं तो ठीक से सो नही पाता हूँ और केवल तुम्हारे बारे में ही सोचता रहता हूँ। तुम क्या सोचती हो मेरे बारे में”।
तो नीतू ने मुझसे कहा – “मैं तुम्हे पसंद तो करती हूँ लेकिन मुझे ये सब करने का समय नही है मुझे बहुत काम रहता है और मुझे अपने अपने घर का खर्चा नही चलाना रहता है”।
तो मैंने उससे कहा – “इससे क्या हुआ मैं भी तो अपने घर का खर्चा उठता हूँ। मेरे बहुत देर समझाने के बाद उसने भी मुझको हाँ बोल दिया लेकिन उसने मुझसे कहा – “मैं तुम्हारे साथ सेक्स नही करुँगी अगर तुम मेरे साथ सेक्स करने के लिए मुझसे प्यार करते हो तो भूल जाओ। मैं तुमसे प्यार करता हूँ ना की तुम्हारे जिस्म से”।
उस दिन तो वो चली गई लेकिन जब दुसरे दिन वो आई तो मैंने उसे कहा – तुम मेरे साथ सेक्स नही कर सकती हो लेकिन मैं तुम्हे किस कर ही सकता हूँ। तो नीतू ने मुझसे कहा हाँ तुम मुझे किस कर सकते हो। मैंने नीतू से कहा – मेरा मन किस करने को कह रहा तुम मेरे साथ नीचे चलो। वो मेरे साथ में नीचे आई।
उस दिन मैंने उसके होठ को पहली बार पिया। उसके मुलायम और रसीले होठ पीने में बहुत मंजा आता था। मैंने सोचा इसके होठ पीने में इतना मज़ा आरहा है तो इसको छोड़ने में कितना मज़ा आयेगा। कुछ दिनों तक मैं रोज नीतू के होठ पीता रहा।
एक दिन मैं उसके होठ को पपीते हुए उसकी चूची को दबा रहा था और कुछ देर बाद मैंने अपने हाथ को उसकी चूत के पास ले गया और उसकी चूत को सहलाने लगा तो उसने मुझसे कहा ये क्या कर रहे हो मैंने तुमसे कहा था मैं तुम्हारे साथ सेक्स नही करुँगी फिर भी तुम मुझ सेक्स करने पर क्यों मजबूर कर रहे हो। वो वहां से नाराज हो चली गई। मेरा मन उस दिन चुदाई करने का बहुत मचल रहा था। लेकिन मुझे नीतू चली गई अब किसको मैं चोदता।
मैं गुस्से में उस दिन घर आया और साथ में मुझे उस दिन चुदाई का भी भूत सवार था। जब मैं घर पहुंचा तो मम्मी अपने कमरे में थी। मैं उनके पास गया और अपने हाथ को उनके हाथ पर रखकर उनके कहा चलो मम्मी कहा खा लो। लेकिन जैसे ही मैंने अपने हाथ को उनके हाथ पर रखा उन्होंने मेरे हाथ को पकड लिया और अपनी चूची में लगते हुए मुझसे कहा – जब से तुम्हारे पापा की मौत हुई मैं किसी से चूड़ी नही हूँ और मेरे अंदर की जिस्म की आग से मैं जल रही हूँ तुम मेरे चूत की गर्मी को शांत कर दो बेटा मुझे चोद कर। तो मैंने उसके कहा आप ठीक तो है आप ये क्या कह रही है। मैं आप का बेटा हूँ मैं आप के साथ ये सब नही करूँगा।
तो मम्मी ने मुझसे कहा – मैं चाहती तो मुझे बहुत से मर्द मिल जाते लेकिन मैं अपने आप को तुम्हारे पापा की वजह से रोके हुए थी। अगर तुम मेरी चुदाई करोगे तो कोई जान भी नही पायेगा और मेरी चुदाई भी हो जायेगी।
मेरा मन भी चुदाई करने को कह रहा था और मम्मो भी बहुत ज्यादा चुदासी थी। तो मैंने उनसे कहा – मम्मी चुदने के लिए तैयार हो जाओ मैं अभी कपडे बदल कर आता हूँ।
कुछ देर बाद मैंने अपने कपडे निकाल कर मम्मी के कमरे में आया मैंने केवल इंडरवियर पहना था। मम्मी चुचाप बैठी हुई थी जब मैं उनके पास पहुंचा तो मैंने मम्मी को अपनी गोदी में उठा लिया और फिर मैंने मम्मी को किस करना शुरू किया और उनको अपनी गोदी में लेकर किस करने लगा। पहले तो केवल मैं हो मम्मी के होठ को पी रहा था लेकीन कुछ देर बाद मम्मी भी मुझसे चिपकने लगी थी और साथ मेरे होठ को अपने मुह में ले लिया उर मेरे होठ को चुमते हुए पी रही थी। कुछ देर बाद मैंने मम्मी को बिस्तर पर बिठा दिया और फिर उनकी होठ को पीते हुए मैंने उनकी चूची को भी दबाने लगा, जिससे मम्मी और भी कामातुर होने लगी और वो मेरे होठ को अपने दांतों से काटने लगी।
10 मिनट तक मम्मी के होठ को पपीने के बाद मैंने मम्मी के साडी को निकाल दिय और उनके ब्लाउस के बटन को अपने हाथो से खोल दिया और जिससे मम्मी की चूची दिखने लगी। मम्मी की चूची बहुत ही मस्त लग रही थी। देखने में बहुत ही गोरी और बिलकुल साइज़ में थी क्योकि मम्मी की चूची को दबने वाला कोई नही था। ,मैंने मम्मी कोई दोनों स्तन को अपने दोनों हाथो से पकड लिया और मसलने लगा। उनकी चूची दबाने में बहुत मज़ा आ रहा था। कुछ देर बंद मैंने मम्मी के मम्मो को अपने मुह में ले लिया और उनकी चूची को दबा दबा कर पीने लगा। जिससे मम्मी क माज़ा आ रहा था और वो अपने दूध को मुझे बड़े जोश से पिला रही थी। धीरे धीरे मेरे अंदर का शैतान जड़ने लगा और मैं चुदाई के आग में मम्मी की चूची को जोर जोर से दबाने लगा और उनकी चूची को काटने लगा जिससे मिमी की चूची में दर्द होने लगा और उन्होंने मुझे अपनी चूची से दूर करने लगे और साथ में सिसक भी थी।
बहुत देर तक चूची को पीने के बाद मैं बहुत ही ज्यादा काम के आग में जलने लगा था। मैंने तुरंत ही मम्मी के पेटीकोट के नारे को खोला और उनकी चूत को लाल पैंटी के ऊपर से ही दबते हुए सलते हुए मैंने उनकी पैंटी भी निकाल दी। मम्मी की चूत देखने में बहुत साफ लग रही थी और काफी कसी हुई भी थी उनकी चूत को देख कर मेरा लंड और भी तन गया। मैंने अपने लंड को मम्मी की चूत में लगते हुए उनके चूत लाल गुलाबी दाने में अपने लंड को रगड़ने लगा जिससे मम्मी भी और ज्यादा चुदासी हो गई और वो अपनी फुद्दी को सहलते हुए अपनी चूची को मसाल रही थी। कुछ देर बाद मैंने अपने लंड को पकड कर एक जोर से झटका दिया जिससे मेरा लंड मम्मी की चूत के अंदर चला गया। मम्मी की चूत बहुत ही गर्म थी मुझे ऐसा लग रहा था जिसिसे मेरा लंड किसी गर्म जगह पर घुस गया गया हो। जब मैंने मम्मी को चोदने शुरू किया तो मम्मी की चूत बहुत टाईट थी मुझे मम्मी को चोदने में बहुत मज़ा आ रहा था और मम्मी को भी चुदने में मज़ा अ रहा था। कुछ देर बाद जब मेरे अंदर का शैतान जग गया तो मैंने मम्मी की कमर को पकड़ा और जोर जोर जोर से मम्मी की चूत को चोदने लगा। जिससे मम्मी की चूत में एक दर्द उत्पन हो रहा था और वो बिस्तर के चादर को पकड कर मेरे लंड के दर्द को सहते हुए मुझसे चुदवा रही थी। मैं मम्मी की लगातार तेजी से छोड़ रहा था और कुछ देर बाद जब मम्मी मेरे लंड के दर्द को नही सह पी तो वो अपने चूत को मसलते हुए आआआआअह्हह्हह,…..ईईईईईईई…..ओह्ह्ह्हह्ह ऊह्ह ओह्ह्ह ऊओह्ह उफू फूफ उफ़ उफ्फ्फ …. मम्मी आह आःह्ह अह्ह्ह… …उ उ उ उ ऊऊऊ ……….ऊँ….ऊँ…..ऊँ.. उंह उंह उंह हूँ……. हूँ… हूँ….. आऊ….. आऊ……हमममम अहह्ह्ह्हह…… करके चीखने लगी थी।
कुछ देर बाद मैंने अपने लंड को मम्मी की चूत से बहार निकाल लिया और फिर मम्मी को अपनी गोदी में उठा लिया और किस करते हुए उनके पास में रखे एक मेज पर बिठा दिया और फिर अपने लंड को उनके बुर में लगा कर फिर से उनकी चुदी करना शुरू किया। मैं जोर जोर से अपने लंड को धक्का धक्का दे रहा थाऔर जिससे मम्मी छूट में दर्द के कारण मम्मी मुझसे चिपकती ही जा रही थी और जोर जोर से चीख रही थी। उनके आवाज़ से पूरा घर गूंज रहा था। लेकिन मैं लगातार मम्मी की चढाई करते हुए उनकी चूची को दबा रहा था। जब मेरा लंड मम्मी की चूत के अंदर जाता टी मेरे लंड के रगड़ से मम्मी तड़प उठती..
बहुत देर तक मम्मी की चुदाई करने के बाद मैंने अपने लंड को उनके चूत से निकाल लिया और फिर मुठ मारने लगा।
चुदाई के बाद भी मम्मी का मन नही भरा था तो मैंने मम्मी की चूत से पानी भी निकाला। उस दिन के बाद से जब भी मम्मी का मन चुदने को करता वो मुझसे कह देती थी और मैं रात को उनकी खूब चुदाई करता था।
जब मेरे पापा मी मौत हुई तो मेरी माँ केवल 28 साल की थी। मेरी माँ देखने में तो बहुत ही सुन्दर थी लेकिन गरीबी की वजह से वो देखने में ज्यादा अच्छी नही लग रही थी। धीरे धीरे समय बिता और मैंने एक जॉब कर लिया और फिर मेरी माँ को काम से आराम मिल गया। वो केवल घर का काम करती और घर पर ही रहती थी। जब मेरे पापा की मौत हो गई उसके बाद मेरी माँ को लंड के दर्शन नही हुए। मेरी माँ को बहुत साल हो गये थे चुदे हुए और उनकी चूत धीरे धीरे चुदाई न होने की वजह से बिलकुल चिपक गई थी।
एक बार मैं घर जल्दी आ गया और माँ घर पर अकेली ही रहती थी, दरवाज़ा खुला था मैं सीधे अंदर आ गया। मम्मी कही दिख नही रही थी तो मैं उनके कमरे की तरफ बड़ा तो मैंने देखा मम्मी अपने कमरे में अपने कपड़ो को निकाल कर अपनी चूची को दबाते हुए अपने उंगली को अपनी चूत में डाल रही थी। जब मैंने उनको देखा तो मैं समझ गया कि माँ इतने दिनों से किसी से चुदी नही है और अब इनके चूत की गर्मी इनको चुदने के लिए मजबूर कर रहा है। उस दिन मैं वहां से चुपचाप चला आया।
दोस्तों जब मैंने जॉब करना शुरू किया तो वहां पर एक लड़की थी जो मेरे बगल में काम करती थी उसका नाम नीतू था मैं उसको पसंद करने लगा था और वो भी मुझे देखा करती थी। धीरे धीरे मैंने उससे बात करना शुरू कर दिया। जब मैं उससे बात करता था तो मैं केवल उसकी चुदाई के बारे में ही सोचता था। और उससे बात किया करता था। उसकी चूची काफी गजब की दिखती थी टॉप के ऊपर से और वो बहुत ही सुंदर और सेक्सी थी उसको देखने के बाद मेरा लंड खड़ा हो जाता था।
धीरे धीरे समय बिता मैंने एक दिन नीतू को प्रपोस कर दिया और मैंने उससे कहा – “जब से मैंने तुम्हे देखा है मैं तो ठीक से सो नही पाता हूँ और केवल तुम्हारे बारे में ही सोचता रहता हूँ। तुम क्या सोचती हो मेरे बारे में”।
तो नीतू ने मुझसे कहा – “मैं तुम्हे पसंद तो करती हूँ लेकिन मुझे ये सब करने का समय नही है मुझे बहुत काम रहता है और मुझे अपने अपने घर का खर्चा नही चलाना रहता है”।
तो मैंने उससे कहा – “इससे क्या हुआ मैं भी तो अपने घर का खर्चा उठता हूँ। मेरे बहुत देर समझाने के बाद उसने भी मुझको हाँ बोल दिया लेकिन उसने मुझसे कहा – “मैं तुम्हारे साथ सेक्स नही करुँगी अगर तुम मेरे साथ सेक्स करने के लिए मुझसे प्यार करते हो तो भूल जाओ। मैं तुमसे प्यार करता हूँ ना की तुम्हारे जिस्म से”।
उस दिन तो वो चली गई लेकिन जब दुसरे दिन वो आई तो मैंने उसे कहा – तुम मेरे साथ सेक्स नही कर सकती हो लेकिन मैं तुम्हे किस कर ही सकता हूँ। तो नीतू ने मुझसे कहा हाँ तुम मुझे किस कर सकते हो। मैंने नीतू से कहा – मेरा मन किस करने को कह रहा तुम मेरे साथ नीचे चलो। वो मेरे साथ में नीचे आई।
उस दिन मैंने उसके होठ को पहली बार पिया। उसके मुलायम और रसीले होठ पीने में बहुत मंजा आता था। मैंने सोचा इसके होठ पीने में इतना मज़ा आरहा है तो इसको छोड़ने में कितना मज़ा आयेगा। कुछ दिनों तक मैं रोज नीतू के होठ पीता रहा।
एक दिन मैं उसके होठ को पपीते हुए उसकी चूची को दबा रहा था और कुछ देर बाद मैंने अपने हाथ को उसकी चूत के पास ले गया और उसकी चूत को सहलाने लगा तो उसने मुझसे कहा ये क्या कर रहे हो मैंने तुमसे कहा था मैं तुम्हारे साथ सेक्स नही करुँगी फिर भी तुम मुझ सेक्स करने पर क्यों मजबूर कर रहे हो। वो वहां से नाराज हो चली गई। मेरा मन उस दिन चुदाई करने का बहुत मचल रहा था। लेकिन मुझे नीतू चली गई अब किसको मैं चोदता।
मैं गुस्से में उस दिन घर आया और साथ में मुझे उस दिन चुदाई का भी भूत सवार था। जब मैं घर पहुंचा तो मम्मी अपने कमरे में थी। मैं उनके पास गया और अपने हाथ को उनके हाथ पर रखकर उनके कहा चलो मम्मी कहा खा लो। लेकिन जैसे ही मैंने अपने हाथ को उनके हाथ पर रखा उन्होंने मेरे हाथ को पकड लिया और अपनी चूची में लगते हुए मुझसे कहा – जब से तुम्हारे पापा की मौत हुई मैं किसी से चूड़ी नही हूँ और मेरे अंदर की जिस्म की आग से मैं जल रही हूँ तुम मेरे चूत की गर्मी को शांत कर दो बेटा मुझे चोद कर। तो मैंने उसके कहा आप ठीक तो है आप ये क्या कह रही है। मैं आप का बेटा हूँ मैं आप के साथ ये सब नही करूँगा।
तो मम्मी ने मुझसे कहा – मैं चाहती तो मुझे बहुत से मर्द मिल जाते लेकिन मैं अपने आप को तुम्हारे पापा की वजह से रोके हुए थी। अगर तुम मेरी चुदाई करोगे तो कोई जान भी नही पायेगा और मेरी चुदाई भी हो जायेगी।
मेरा मन भी चुदाई करने को कह रहा था और मम्मो भी बहुत ज्यादा चुदासी थी। तो मैंने उनसे कहा – मम्मी चुदने के लिए तैयार हो जाओ मैं अभी कपडे बदल कर आता हूँ।
कुछ देर बाद मैंने अपने कपडे निकाल कर मम्मी के कमरे में आया मैंने केवल इंडरवियर पहना था। मम्मी चुचाप बैठी हुई थी जब मैं उनके पास पहुंचा तो मैंने मम्मी को अपनी गोदी में उठा लिया और फिर मैंने मम्मी को किस करना शुरू किया और उनको अपनी गोदी में लेकर किस करने लगा। पहले तो केवल मैं हो मम्मी के होठ को पी रहा था लेकीन कुछ देर बाद मम्मी भी मुझसे चिपकने लगी थी और साथ मेरे होठ को अपने मुह में ले लिया उर मेरे होठ को चुमते हुए पी रही थी। कुछ देर बाद मैंने मम्मी को बिस्तर पर बिठा दिया और फिर उनकी होठ को पीते हुए मैंने उनकी चूची को भी दबाने लगा, जिससे मम्मी और भी कामातुर होने लगी और वो मेरे होठ को अपने दांतों से काटने लगी।
10 मिनट तक मम्मी के होठ को पपीने के बाद मैंने मम्मी के साडी को निकाल दिय और उनके ब्लाउस के बटन को अपने हाथो से खोल दिया और जिससे मम्मी की चूची दिखने लगी। मम्मी की चूची बहुत ही मस्त लग रही थी। देखने में बहुत ही गोरी और बिलकुल साइज़ में थी क्योकि मम्मी की चूची को दबने वाला कोई नही था। ,मैंने मम्मी कोई दोनों स्तन को अपने दोनों हाथो से पकड लिया और मसलने लगा। उनकी चूची दबाने में बहुत मज़ा आ रहा था। कुछ देर बंद मैंने मम्मी के मम्मो को अपने मुह में ले लिया और उनकी चूची को दबा दबा कर पीने लगा। जिससे मम्मी क माज़ा आ रहा था और वो अपने दूध को मुझे बड़े जोश से पिला रही थी। धीरे धीरे मेरे अंदर का शैतान जड़ने लगा और मैं चुदाई के आग में मम्मी की चूची को जोर जोर से दबाने लगा और उनकी चूची को काटने लगा जिससे मिमी की चूची में दर्द होने लगा और उन्होंने मुझे अपनी चूची से दूर करने लगे और साथ में सिसक भी थी।
बहुत देर तक चूची को पीने के बाद मैं बहुत ही ज्यादा काम के आग में जलने लगा था। मैंने तुरंत ही मम्मी के पेटीकोट के नारे को खोला और उनकी चूत को लाल पैंटी के ऊपर से ही दबते हुए सलते हुए मैंने उनकी पैंटी भी निकाल दी। मम्मी की चूत देखने में बहुत साफ लग रही थी और काफी कसी हुई भी थी उनकी चूत को देख कर मेरा लंड और भी तन गया। मैंने अपने लंड को मम्मी की चूत में लगते हुए उनके चूत लाल गुलाबी दाने में अपने लंड को रगड़ने लगा जिससे मम्मी भी और ज्यादा चुदासी हो गई और वो अपनी फुद्दी को सहलते हुए अपनी चूची को मसाल रही थी। कुछ देर बाद मैंने अपने लंड को पकड कर एक जोर से झटका दिया जिससे मेरा लंड मम्मी की चूत के अंदर चला गया। मम्मी की चूत बहुत ही गर्म थी मुझे ऐसा लग रहा था जिसिसे मेरा लंड किसी गर्म जगह पर घुस गया गया हो। जब मैंने मम्मी को चोदने शुरू किया तो मम्मी की चूत बहुत टाईट थी मुझे मम्मी को चोदने में बहुत मज़ा आ रहा था और मम्मी को भी चुदने में मज़ा अ रहा था। कुछ देर बाद जब मेरे अंदर का शैतान जग गया तो मैंने मम्मी की कमर को पकड़ा और जोर जोर जोर से मम्मी की चूत को चोदने लगा। जिससे मम्मी की चूत में एक दर्द उत्पन हो रहा था और वो बिस्तर के चादर को पकड कर मेरे लंड के दर्द को सहते हुए मुझसे चुदवा रही थी। मैं मम्मी की लगातार तेजी से छोड़ रहा था और कुछ देर बाद जब मम्मी मेरे लंड के दर्द को नही सह पी तो वो अपने चूत को मसलते हुए आआआआअह्हह्हह,…..ईईईईईईई…..ओह्ह्ह्हह्ह ऊह्ह ओह्ह्ह ऊओह्ह उफू फूफ उफ़ उफ्फ्फ …. मम्मी आह आःह्ह अह्ह्ह… …उ उ उ उ ऊऊऊ ……….ऊँ….ऊँ…..ऊँ.. उंह उंह उंह हूँ……. हूँ… हूँ….. आऊ….. आऊ……हमममम अहह्ह्ह्हह…… करके चीखने लगी थी।
कुछ देर बाद मैंने अपने लंड को मम्मी की चूत से बहार निकाल लिया और फिर मम्मी को अपनी गोदी में उठा लिया और किस करते हुए उनके पास में रखे एक मेज पर बिठा दिया और फिर अपने लंड को उनके बुर में लगा कर फिर से उनकी चुदी करना शुरू किया। मैं जोर जोर से अपने लंड को धक्का धक्का दे रहा थाऔर जिससे मम्मी छूट में दर्द के कारण मम्मी मुझसे चिपकती ही जा रही थी और जोर जोर से चीख रही थी। उनके आवाज़ से पूरा घर गूंज रहा था। लेकिन मैं लगातार मम्मी की चढाई करते हुए उनकी चूची को दबा रहा था। जब मेरा लंड मम्मी की चूत के अंदर जाता टी मेरे लंड के रगड़ से मम्मी तड़प उठती..
बहुत देर तक मम्मी की चुदाई करने के बाद मैंने अपने लंड को उनके चूत से निकाल लिया और फिर मुठ मारने लगा।
चुदाई के बाद भी मम्मी का मन नही भरा था तो मैंने मम्मी की चूत से पानी भी निकाला। उस दिन के बाद से जब भी मम्मी का मन चुदने को करता वो मुझसे कह देती थी और मैं रात को उनकी खूब चुदाई करता था।
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